वैज्ञानिक बोले सार्स की तरह कमजोर पड़ने लगा है कोरोना वायरस, रिसर्च का दिया हवाला
वॉशिंगटन। आने वाले दिनों में कोरोना वायरस कमजोर पड़ सकता है, वैज्ञानिकों को तो अपनी एक रिसर्च में ऐसा ही इशारा मिल रहा है। अमेरिकी एरिजोना यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के एक नए प्रकार के म्यूटेशन का दावा किया है। इस दावे के साथ ही उन्होंने कहा है कि वायरस अब कमजोर पड़ता जा रहा है। ब्रिटेन के अखबार द मिरर ने वैज्ञानिकों के हवाले से लिखा है कि इस नए दावे से इशारा मिलता है कि कोरोना वायरस ठीक उसी तरह से गायब हो सकता है जैसे साल 2003 में सार्स वायरस खत्म हुआ था। आपको बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से 271,426 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,940,511 लोग संक्रमित हैं।
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382 मरीजों के सैंपल्स पर अध्ययन
रिसर्चर्स ने 382 मरीजों के सैंपल्स पर रिसर्च की थी और इसके बाद उन्हें एक मरीज में नए तरह का म्यूटेशन देखने को मिला। वैज्ञानिकों ने देखा कि वायरस के जेनेटिक मैटेरियल का एक हिस्सा गायब था। डेली मेल से बात करते हुए इस स्टडी को लीड करने वाली डॉक्टर एफ्रेम लिम ने कहा, 'इसी तरह की बात हमें उस समय भी देखने को मिली थी जब साल 2003 में सार्स महामारी फैलनी शुरू हुई थी। उस महामारी के मध्य और फिर अंतिम चरण में इसी तरह का तथ्य सामने आया था।' हालांकि, इसके लिए बाकी जगहों के सैंपल में भी ऐसे बदलाव दिखने की जरूरत है। सार्स के दौरान 2003 में जब वायरस का इसी तरह का म्यूटेशन बढ़ने लगा था तो महामारी खत्म होने लगी था। यह बात भी ध्यान रखनी होगी कि सार्स इतने बड़े पैमाने पर नहीं फैला था। यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स का मानना है कि अगर बड़े पैमाने पर वायरस की जिनोम सिक्वेंसिंग की जाए तो ऐसे रिजल्ट्स और जगहों से भी मिल सकते हैं।