यूके से बच्चों को भारत लाकर उनकी जबरन शादी को रोकेगा एक चम्मच, जानिए कैसे
लंदन। इंग्लैंड के एक स्कूल ने यूके में जन्मे बच्चों को भारत और दूसरे देशों में जबरदस्ती शादी के लिए ले जाने से बचाने के लिए एक नायाब तरीका खोजा है। स्कूल बच्चों को चम्मच और कांटे को अंडर गारमेंट्स में छिपाने की ट्रेनिंग दे रहा है ताकि एयरपोर्ट्स पर मेटल डिटेक्टर में उसका पता लग सके। लीड्स की को-ऑपरेटिव एकेडमी की हरिंदर कौर ने अपने स्कूल के बच्चों ने कटलरी को अंडरगारमेंट्स में छिपाने को कहा है ताकि अगर उन्हें शादी के लिए विदेश ले जाया जाए तो लोगों को इसका पता चल सके।
अलर्ट हो सकेगा सिक्योरिटी स्टाफ
कटलरी को अंडरगारमेंट्स में छिपाने से मेटल डिटेक्टर पर इसका पता लग सकेगा और सिक्योरिटी स्टाफ अलर्ट हो जाएगा। इससे उस बच्चे की जिंदगी बच सकेगी। ब्रिटिश अथॉरिटीज को इस तरह के कई केसेज को डील करना पड़ता है जहां पर भारत और दूसरे देशों में यूके से बच्चों को जबरन लाकर उनकी शादी करा दी जाती है। इन बच्चों को या तो रिश्तेदार से मिलने के बहाने लाया जाता है या फिर उन्हें छुट्टी मनाने का बहाना दिया जाता है। इसके बाद किसी लोकल व्यक्ति के साथ जबरदस्ती उनका शादी वीजा या फिर दूसरी वजहें बताकर कर डाली जाती है।
पाकिस्तान से लेकर बांग्लादेश का भी नाम
साल 2017 में यूके के फॉरेन ऑफिस की फोर्स्ड मैरिज यूनिट को इस तरह के 82 केसेज का सामना करना पड़ा था जो भारत से जुड़े थे। यूनिट की ओर से मई में जो आंकडें जारी किए गए उनके मुताबिक साल 2017 में भारत से जबरन शादी के 82 केसेज थे। इसके बाद पाकिस्तान के 439, बांग्लादेश के 129 और सोमालिया के 91 केसेज थे। हरिंदर कैार ने बीबीसी को बताया है कि छह हफ्तों की छुट्टियों में चम्मच जिंदगियां बचा सकते हैं क्योंकि इस बीच स्कूल और परिवार के बीच कोई कॉन्टेक्ट नहीं होता है। परिवार के पास मौका होता है कि वह विदेश जा सकता है, बच्चे की शादी कर सकता है और फिर वापस आ सकता है। ऐसे में यह एक आसान तरीका है जहां पर बच्चों की जिंदगी बचाई जा सकती है।
गर्मी की छुट्टी में ज्यादा शादियां
हरिंदर कौर ने बताया है कि जबरन शादी के 80 प्रतिशत केस गर्मी की छुट्टियों के दौरान होते हैं। उन्होंने बताया कि साल 2017 में भारत से जुड़े केसेज का अनुपात साल 2016 जैसा ही है। जबकि ज्यादा उम्र के पीड़ित और पुरुषों की संख्या इस मामले में काफी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म में जबरन शादी के प्रस्ताव को यूके में माना नहीं जाता है। साथ ही यह भी काफी अहम है कि क्रिश्चियन, यहूदी, हिंदू, मुस्लिम और सिखों की शादी के लिए यहां पर पहले से अनुरोध करने पर मंजूरी दे दी जाती है।