भारत ने यूएन में पाकिस्तान को दिखाया आईना, आपके झूठ को मानने वाला कोई नहीं
न्यूयॉर्क। युनाइटेड नेसंश में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने एक बार फिर से पाकिस्तान के झूठ और फर्जीवाड़े को यूएन में आईना दिखाया है। पाकिस्तान पर जमकर हमला बोलते हुए सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि वह भारत को लेकर फर्जी झूठ फैला रहा है, लेकिन उसके फर्जीवाड़े को स्वीकार करने वाला यहा कोई भी नहीं है। सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि यह देखा जा सकता है कि काउंसिल में लगातार प्रमाणिकता और पहचान का संकट बढ़ रहा है। उन्होंने कहा किआतंकवाद के नेटवर्क का वैश्वीकरण हो रहा है, नई तकनीक का हथियारीणकरण हो रहा, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने में में सदन विफल रहा है।
सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि एक प्रतिनिधिमंडल जो झूठ का पर्याय है उसने एक बार फिर से आज फर्जी झूठ को फैलाने की कोशिश की है। हम इसे पूरी तरह सिरे से खारिज करते हैं। पाकिस्तान लगातार झूठ फैला रहा है उसे अपनी ऐसी हरकतों से बाज आना चाहिए। पाकिस्तान को मेरा कहना है कि अब काफी देर हो चुकी है, आपको अपने झूठे प्रोपगैंडा से बाज आना चाहिए, आपके झूठ के लिए दुनिया में कोई जगह नहीं है। सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि सयुक्त राष्ट्र में बड़े बदलाव की जरूरत है। सुरक्षा परिषद अपनी पहचान और वैद्यता के संकट से गुजर रहा है। लोग इसकी कार्यक्षमता पर सवाल उठा रहे हैं। आतंकवाद के नेटवर्क के वैश्वीकरण, नई तकनीक का हथियारों में बदलना यह कुछ ऐसी समस्या हैं जिससे यूएन निपट नहीं पा रहा है।
बता दें कि गुरुवार को 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू कश्मीर यहां के हालात का जायजा लेने पहुंचा था। इस दौरे पर हमला करते हुए पीडीपी ने कहा कि विभिन्न देशों के दूतों का जम्मू-कश्मीर दौरा घाटी में सरकार द्वारा किए गए बंद को सामान्य दिखाने का प्रयास है। पीडीपी ने केंद्र को चुनौती दी कि वह दूतों को हिरासत में रखे गए राजनीतिक नेताओं से मुलाकात करने की इजाजत दे। पीडीपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, आज प्रधानमंत्री कार्यालय दूतों के दूसरे जत्थे को कश्मीर में हालात दिखाने लाया, यह सरकार द्वारा किए गए बंद को सामान्य दिखाने का प्रयास लगता है। प्रधानमंत्री कार्यालय को चुनौती देते हैं कि क्या वे इन विदेशी दूतों को 160 दिन से जेल में बंद राजनीतिक बंदियों से मुलाकात करने देंगे?