खाशोगी की हत्या के बाद सऊदी अरब ने डुप्लीकेट की मदद से की दुनिया को गुमराह करने की कोशिशें!
इस्तानबुल। सऊदी अरब के जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की मौत का मामला दिन पर दिन गहराता जा रहा है। पिछले दिनों सऊदी अरब ने इस बात को माना है कि टर्की के इस्तानबुल में स्थित उसके कांसुलेट में खाशोगी की मौत हो गई थी। अब टर्की ने इस मामले में नया खुलासा किया है। टर्की के अधिकारी अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन के साथ बातचीत में कहा है कि 15 लोगों वाली एक टीम जिस पर खाशोगी की मौत का इल्जाम लगा है, उस टीम को खाशोगी के कपड़े पहनाए गए थे। इन कपड़ों में ही इस टीम को सर्विलांस कैमरे ने कैद किया हे। ये सभी लोग खाशोगी की हत्या के एक दिन बाद ही नजर आए थे।
कुछ पलों के अंदर दो जगहों पर नजर आए खाशोगी
सीएनएन का दावा है कि उसके पास एक्सक्लूसिव सर्विलांस फुटेज हैं जो टर्की की सरकार की ओर से हो रही जांच का हिस्सा है। इस फुटेज में नजर आ रहा है कि एक व्यक्ति खाशोगी के कपड़े पहने हुए है और कांसुलेट के पीछे के दरवाजे से निकल रहा है। इसने नकली दाढ़ी लगाई है और खाशोगी की ही तरह चश्मा भी पहना हुआ है। यही आदमी खाशोगी के कपड़ों में इस्तानबुल की विश्व प्रसिद्ध ब्लू मस्जिद में नजर आया। इस व्यक्ति को दो अक्टूबर को उस समय मस्जिद में देखा गया जब कुछ पल पहले ही खाशोगी जिंदा थे और वह कांसुलेट में दाखिल हो रहे थे। जो आदमी वीडियो में नजर आ रहा है उसका नाम मुस्तफा अल मदनी बताया जा रहा है। टर्की का कहना है कि यह उसी टीम का हिस्सा है जिसे खाशोगी की हत्या के लिए कासंलुट भेजा गया था।
20 दिन बाद सऊदी अरब ने माना सच
करीब 20 दिनों बाद के बाद सऊदी अरब ने इस बात को माना कि जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की मृत्यु हो गई है। सऊदी अरब ने कहा था कि इस्तानबुल में उसके कांसुलेट में किसी बात पर हुई बहस के बाद हाथापाई हुई थी जिसमें खाशोगी की मौत हो गईं। वहीं, टर्की की अथॉरिटीज का मानना है कि खाशोगी को मारने से पहले बुरी तरह से टॉचर्र किया गया था। खाशोगी प्रकरण आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई समीकरणों को बदल सकता है। दो अक्टूबर को खाशोगी टर्की स्थित सऊदी अरब के कांसुलेट में दाखिल हुए थे। खाशोगी यहां पर टर्की की रहने वाली अपनी मंगेतर हैतिस चेंगिज से शादी करने के लिए जरूरी कागजात लेने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि चेंगिज ने करीब 11 घंटे तक वहां पर खाशोगी का इंतजार किया लेकिन वह बाहर ही नहीं आए। इसके बाद उनकी मंगेतर ने अपनी ट्वीट में लिखा, 'जमाल मरे नहीं है और मैं इस बात पर विशवास नहीं कर सकती कि उन्हें मार दिया गया है।' खाशोगी के गायब होने के बाद उनके एडीटर कैरेन अतिया ने सीएनएन से बातचीत में कहा कि उन्हें कुछ अच्छा होने की उम्मीद है लेकिन इस खबर ने सभी को तोड़कर रख दिया है।