जमाल खाशोगी के मामा के थे पूर्व पीएम चंद्रशेखर समेत कई राजनेताओं से संबंध
नई दिल्ली। पिछले दिनों टर्की के इस्तानबुल स्थित सऊदी अरब के कांसुलेट में हुई पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या ने पूरी दुनिया में हलचल मचा रखी है। खाशोगी की हत्या की वजह से सऊदी अरब और टर्की के बीच काफी तनाव भी आ गया है। खाशोगी का भारत के साथ भी करीबी नाता था और वह उसी अदनान खाशोगी के भांजे थे जो मशहूर हथियार व्यापारी थे। अदनान के कई भारतीय राजनेताओं के साथ करीबी संबंध थे। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का नाम सबसे ऊपर है। चंद्रशेखर, आध्यात्मिक गुरु चंद्रास्वामी के जरिए अदनान के संपर्क में आए थे। अगर आपको नहीं मालूम हो तो बता दें कि चंद्रास्वामी 90 के दशक में उस समय अचानक से चर्चा में आए थे जब नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री बने। राव, चंद्रास्वामी के शिष्य थे।
हथियारों के कुख्यात व्यापारी अदनान
जमाल खाशोगी, डोडी अल फयाद के चचेरे भाई थे और डोडी की मां अदनान की बहन थी। डोडी, प्रिंसेज डायना के ब्वॉयफ्रेंड थे।साल 1997 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए कार एक्सीडेंट में डोडी और डायना की मौत हो गई थी। जमाल खाशोगी के इंडिया कनेक्शन के बारे में सबसे पहले रणनीतिक मामलों के जानकारी ब्रह्मा चेलानी ने मंगलवार को ट्वीट कर जानकारी दी थी। चेलानी ने ट्वीट में लिखा था, 'जमाल खाशोगी जिन्हें सऊदी कांसुलेट में मार दिया गया, वह कुख्यात अरबपति हथियारों के व्यापारी अदनाना खाशोगी के भांजे थे जो भारत में कई स्कैंडल्स के जिम्मेदार थे।' चेलानी के मुताबिक खाशोगी, चंद्रशेखर को जानते थे। उनका मानना है कि खाशोगी और चंद्रशेखर के संपर्क ने ही चंद्रशेखर के पीएम बनने का रास्ता साफ किया था। चंद्रशेखर साल 1990 में पीएम बने थे।
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भारत यात्रा की बनी विवादों की वजह
अदनान खाशोगी साल 80 के दशक और 90 के दशक की शुरुआत में कई बार भारत आए। उन्हें यहां पर चंद्रशेखर और कई भारतीय राजनेताओं से परिचित कराया गया जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी शामिल थे। इंडिया टुडे ने 28 फरवरी 1991 को अपनी एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी भी दी थी कि कैसे खाशोगी भारत आकर यहां के मशहूर और विवादित लोगों के साथ मौजूद हैं। खाशोगी को भारत लाने का श्रेय इस आर्टिकल में चंद्रास्वामी को दिया गया था जिन्हें अदनान अपने दोस्त और गुरु बताते थे। खाशोगी की लाइफस्टाइल भी कई बार खबरों में रही। वह एक बार अपने प्राइवेट जेट से भारत आए थे। उस समय कई हाई-प्रोफाइल लोगों ने उनका स्वागत किया था। खाशोगी को चंद्रशेखर के फार्म हाउस भोंडसी लेकर जाया गया था। यहां पर उन्होंने पीएम से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की थी।
बीजेपी पर भी आई खाशोगी के भारत दौरे की आंच
जिस समय अदनान खाशोगी भारत आए उनका स्वागत करने वालों में बीजेपी के जेके जैन भी शामिल थे। कहा जाता है कि पार्टी उस समय जैन से खासी नाराज थी क्योंकि पार्टी खाशोगी के साथ मीटिंग के मुद्दे पर पर ही कांग्रेस पार्टी और चंद्रशेखर पर हमला बोले हुए थी। जैन ने खाशोगी के लिए डिनर तक ऑर्गनाइज किया था। चंद्रास्वामी ने अदनान खाशोगी को साल 1982 में पामेला बोर्डस से भी मिलवाया था जो उस समय मिस इंडिया थीं। पिछले वर्ष 82 वर्ष की आयु में अदनान खाशोगी की मौत हो गई और उनके निधन पर दुनिया के हर मीडिया हाउस का ध्यान गया था।