हज यात्रा पर मंडराया संकट, सऊदी अरब ने की मक्का ना आने की अपील
दुबई। कोरोना वायरस की महामारी के बीच सऊदी अरब ने दुनियाभर के मुसलमानों से हज यात्रा की तैयारियों को फिलहाल अस्थायी रूप से स्थगित करने के लिए कहा है। इस महीने की शुरुआत में सऊदी अरब ने अपने शहरों में कोरोना वायरस के फैलने के डर के चलते 'उमरा' तीर्थयात्रा निलंबित कर दिया था। अब दुनियाभर में फैल रहे कोरोना वायरस को देखते हुए सालाना हज पर भी अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे थे। बता दें कि हर साल इस यात्रा में तकरीबन 10 लाख लोग शामिल होते हैं।
सऊदी अरब सरकार में हज और उमरा मंत्री मोहम्मद सालेह बंते ने एक टीवी इंटरव्यू में लोगों से इस साल हज को स्थगित करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि, सऊदी अरब हज और उमरा के इच्छुक लोगों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन मौजूदा हालात में इस वैश्विक महामारी के मद्देनजर ...सऊदी अरब मुसलमानों और अपने नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हमें दुनिया भर में मौजूद अपने मुस्लिम भाई-बहनों की सेहत की चिंता है। इसलिए मैं सभी से अपील करना चाहता हूं कि अभी से हज का प्लान ना बनाएं, दुनिया भर में स्थिति के थोड़ा और साफ होने तक इंतज़ार करें।
उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से पूरी दुनिया परेशान है, ऐसे में अरब किसी भी नागरिक के जीवन को संकट में नहीं डाल सकता है। इसको ध्यान में रखते हुए इसे स्थगित किया गया है। उनका कहना है कि जैसे ही स्थिति सामान्य होगी हज यात्रा खोली जाएगी और सभी का स्वागत किया जाएगा। इससे पहले यहां साल भर चलने वाली उमरा यात्रा को फरवरी महीने से ही बंद किया हुआ है। इस यात्रा को 1918 में फ्लू महामारी के दौरान भी रद्द नहीं किया गया था, जबकि उसमें लाखों लोग मारे गए थे।
एक अनुमान के मुताबिक, यहां हर साल 2 मिलियन लोग हज करने के लिए आते हैं। कोरोना वायरस के चलते यहां मक्का, मदीना में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जबकि बाकी शहर में रात में कर्फ्यू लगाया गया था। इसके आलावा दो हफ्ते पहले ही कोरोना के मद्देनजर मस्जिदों में नमाज पढ़ने या अन्य सामूहिक धार्मिक कार्यक्रमों को भी प्रतिबंधित किया गया है। सऊदी अरब में 1,563 कोरोना वायरस संक्रमण के मरीज पाए गए हैं। यहां संक्रमण से अब तक 10 लोगों की मौतों की भी सूचना है।
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