सऊदी अरब की पहली महिला राजदूत रीमा बिंट बंदर जल्द संभालेंगी अमेरिका में अपनी जिम्मेदारी
रियाद। सऊदी अरब ने राजकुमारी रीमा बिंट बंदर बिन सुल्तान को अमेरिका में देश का नया राजदूत नियुक्त किया है। रीमा ऐसे समय में राजदूत के तौर पर अमेरिका पहुंच रही हैं जब रिश्ते सबसे खराब दौर में हैं। पिछले वर्ष अमेरिकी जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की हत्या के बाद से ही सऊदी अरब और वॉशिंगटन के रिश्ते बहुत बिगड़ गए हैं। माना जा रहा है कि राजकुमारी रीमा अगले कुछ हफ्तों में अपनी जिम्मेदारी संभाल लेंगी।
अमेरिका के साथ रिश्ते सबसे ज्यादा तनावपूर्ण
रीमा की नियुक्ति का ऐलान इस वर्ष फरवरी में किया गया था। रीमा, सऊदी अरब की पहली महिला राजदूत हैं। राजकुमारी रीमा, सऊदी अरब के पूर्व राजदूत बंदर बिन सुल्तान अल सौद की बेटी हैं। वह खुद भी अमेरिका में सबसे लंबे समय तक सऊदी अरब के राजदूत रहे हैं। रीमा, प्रिंस खालिद बिन सलमान अल सौद की जगह लेंगी। प्रिंस खालिद, सुल्तान सलमान के बेटे हैं और एक फाइटर पायलट रह चुके हैं। खाशोगी की हत्या, युद्ध, यमन में मानवाधिकार संकट और कई सऊदी महिला कार्यकर्ताओं के हिरासत में होने की वजह से, अमेरिका और सऊदी अरब के रिश्ते साल 2001 के आतंकी हमलों के बाद से सबसे खराब दौर में है। अब सबकी नजरें राजकुमारी रीमा पर टिकी हैं और विशेषज्ञों की मानें तो एक राजदूत के तौर पर उनके कंधों पर भारी जिम्मेदारी है। अमेरिका का मानना है टर्की के इस्तानबुल में स्थित सऊदी दूतावास में हुई खाशोगी की हत्या के पीछे मोहम्मद बिन सलमान की हाथ है। पिछले दिनों आई यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट में भी इस तरह की बात कही गई है।