अमेरिकी राजनीति में इन दो मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अरब वर्ल्ड ने किया जंग का ऐलान
वॉशिंगटन। अमेरिका में पिछले महीने नवंबर में खत्म हुए मध्यावधि चुनावों में दो मुस्लिम महिलाएं भी जीत दर्ज की थी। इल्हान उमर नाम की मुस्लिम महिला ने मिन्नेसोटा की पांचवी कांग्रेसनल डिस्ट्रिक से और राशिदा तालिब ने मिशीगन की 13वीं कांग्रेसनल डिस्ट्रिक सीट से जीत दर्ज की थी। हालांकि, ये दोनों मुस्लिमों महिलाएं भले ही जीतकर अमेरिकी कांग्रेस पहुंची हैं, लेकिन उनके सामने कई मुश्किलें आ रही हैं। चुनाव से पहले अमेरिकी मीडिया और सोशल मीडिया पर उनके हिजाब को लेकर सवाल खड़े हुए थे और अब सऊदी अरब ने भी उनके खिलाफ अभियान चला दिया है।
अमेरिकी मैगजीन 'फॉरेन पालिसी' के मुताबिक, फिलिस्तीनी-अमेरिकी तालिब और सोमालिया मूल की उमर के खिलाफ सऊदी अरब की सरकारी वेबसाइट अल-अरबिया पर एक आर्टिकल पब्लिश हुआ है। इस आर्टिकल में कहा गया है कि दोनों महिलाएं कांग्रेस को नियंत्रित करने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी और इस्लामी समूहों के बीच गठबंधन का हिस्सा थीं। आर्टिकल में कहा गया है कि इन दोनों महिलाएं ईरान पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिबंधों और उनके इस्लामिक आंदोलनों को अलग के करने का विरोध कर रही है।
मैगजीन के अनुसार, चुनाव में उमर की जीत के कुछ घंटों बाद ही सऊदी दूतावास के कर्मचारियों ने उन पर मुस्लिम ब्रदर हुड से लिंक होने का आरोप लगाया था। मैगजीन ने अमेरिका में सऊदी सांस्कृतिक मिशन के सांस्कृतिक सलाहकार फैजल अल-शमारी का हवाला देते हुए कहा, 'यह प्रवृत्ति अरब खाड़ी और राजनीतिक इस्लाम के समर्थक के प्रति प्रतिकूल प्रभाव डालने का काम करेगी।
फॉरेन पॉलिसी मैगजीन ने कहा कि उमर और तालिब से अरब वर्ल्ड सहमा हुआ है क्योंकि, इन दोनों की वजह से खाड़ी में अलोकतांत्रिक शक्तियों और तानाशाही के खिलाफ आवाज उठ सकती है।