चीन से मिसाइल टेक्नोलॉजी खरीद रहा सऊदी अरब, खबर से अमेरिका में हड़कंप
बीजिंग। सऊदी अरब, चीन से मिसाइल टेक्नोलॉजी खरीद रहा है और इस खबर से अमेरिका के कान खड़े हो गए हैं। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है कि सऊदी अरब बैलेस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए चीन से टेक्नोलॉजी खरीद रहा है। रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि इस बात की खबर अमेरिकी सरकार ने कांग्रेस के अहम सदस्यों को भी नहीं दी है।
ट्रंप प्रशासन ने छुपाई जानकारी
अमेरिकी चैनल सीएनएन की ओर से पब्लिश एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार के पास ऐसी इंटेलीजेंस है जो दोनों देशों के बीच हो रहे टेक्नोलॉजी ट्रांसफर से जुड़ी है। लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने शुरुआत में इस जानकारी को अमेरिकी कांग्रेस से भी साझा नहीं किया था। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के सलाहकार जेफ स्टेसी जो पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ भी काम कर चुके हैं, उन्होंने इस रिपोर्ट को चौंकाने वाला बताया है। उन्होंने कहा है कि यह रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण है और कई मायनों में चौंकाती भी है।
राष्ट्रपति ट्रंप से सवाल
स्टेसी ने कहा, 'जो सवाल सबसे अहम है, वह है क्या प्रशासन को इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी? क्या वह भी इन सबमें शामिल थे, कितनी जानकारी सऊदी की तरफ से दी गई थी और उन्होंने अब क्या फैसला लिया है?' यह खबर ऐसे समय में आई है जब कांग्रेस और व्हाइट हाउस के बीच रिश्ते सऊदी अरब की वजह से ही खराब होते जा रहे हैं। अमेरिकी सीनेटर्स का एक ग्रुप सऊदी को होने वाले हथियारों की बिक्री को रोकने की कोशिशें कर रहा है। पिछले वर्ष अमेरिकी जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की हत्या के बाद से ही सऊदी अरब को लेकर अमेरिकी कांग्रेस का रुख काफी सख्त है। ट्रंप की ओर से पिछले माह कांग्रेस को नजरअंदाज करते हुए सऊदी अरब के लिए आठ बिलियन डॉलर की हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी है।