सऊदी अरब शहजादे की मंजूरी पर पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या, शव के किए गये थे सैकड़ों टुकड़े- अमेरिकी रिपोर्ट
पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद दिन सलमान के कहने पर की गई थी, अमेरिकी खुफिया एजेंसी की बेहद गोपनीय रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है।
वाशिंगटन: पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद दिन सलमान की मंजूरी के बाद की गई थी, अमेरिकी खुफिया एजेंसी की बेहद गोपनीय रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है। अमेरिकन रिपोर्ट में सीधे सीधे सऊदी अरब के राजकुमार को इस हत्याकांड के पीछे जिम्मेदार शख्स बताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान जो MBS नाम से प्रसिद्ध हैं उन्हीं के कहने पर पत्रकार जमाल खशोगी का कत्ल किया गया था।
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अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में खुलासे
अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में पत्रकार जमाल खशोगी हत्याकांड और सऊदी अरब राजकुमार को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे किए गये हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि किस तरह से एमबीएस ने पत्रकार को मरवाने के बाद उसके शरीर के सैकड़ों टुकड़े करवाए और फिर गायब करवा दिया। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि सऊदी अरब के शहजादे ने तुर्की के इस्तांबुल स्थित सऊदी उच्चायोग में पत्रकार जमाल खशोदी की पकड़ने या फिर उनकी हत्या करने के अभियान को मंजूरी दी थी। 2018 में पत्रकार जमाल खशोगी अचानक गायब हो गये थे और बाद में पता चला था कि उनकी हत्या कर दी गई है।
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट का खुलासा शुक्रवार को किया गया है जिसमें सीधे तौर पर सऊदी के शहजादे को जिम्मेदार ठहराया गया है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद माना जा रहा है कि अमेरिका सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सऊदी अरब राजघराने पर दबाव बना सकता है। ऐसा पहली बार हुआ है जब अमेरिका की तरफ से सीधे सीधे सऊदी अरब के शहजादे का नाम कत्ल के इल्जाम में लिया गया है और जो बाइडेन प्रशासन चाहता है कि सऊदी अरब के प्रिंस को उसी तरह से सजा मिले जैसे किसी आम गुनहगार को मिलता है।
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 'हमारा मानना है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने तुर्की के इस्तांबुल में एक ऑपरेशन को मंजूरी दी थी, जिसका उद्येश्य पत्रकार जमाल खशोगी को जिंदा पकड़ना या फिर मार देना था'। दरअसल, 2018 में तुर्की की राजधानी इस्तांबुल से वाशिंगटन पोस्ट के लिए मासिक कॉलम लिखने वाले पत्रकार जमाल खशोगी के गायब होने और बाद में हत्या का खुलासा होने के बाद से ही अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA को पूरा यकीन था कि हत्याकांड के पीछे सऊदी अरब का शाही परिवार है। बाद में तफ्तीश के बाद सीआईए ने सऊदी अरब के शहजादे की इस हत्याकांड में सीधी भूमिका पाई थी। हालांकि, अभी तक अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने मोहम्मद बिन सलमान का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया था मगर शुक्रवार को रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद सीधे सीधे एमबीएस को जिम्मेदार बताया गया है।
कैसे की गई पत्रकार जमाल की हत्या?
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के कहने पर तुर्की के इस्ताबुल में सऊदी अरब के कुछ एजेंट्स ने की थी। पत्रकार जमाल खशोगी को पहले एक जहर देकर मार दिया गया और फिर उनके शरीर के सैकड़ों टुकड़े कर एक 'गुप्त' शख्स को सौंप दिया गया। पत्रकार जमाल खशोगी का शव आजतक नहीं मिला है। कहा गया है कि पत्रकार जमाल खशोगी के शरीर को खत्म कर दिया गया था। वहीं, सऊदी अरब का अब तक आधिकारिक तौर पर यही कहना रहा है कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या सऊदी अरब के एजेंट्स ने कर दी थी लेकिन उन्हें सिर्फ यही कहकर भेजा गया था कि खशोगी को किडनैप कर सऊदी अरब लाना है। सऊदी अरब की एक अदालत ने इस मामले में पांच लोगों को फांसी की सजा सुनाई थी मगर बाद में सभी की फांसी की सजा को उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया था।
अमेरिका के आरोप पर सऊदी का जबाव
अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट को सऊदी अरब ने सिरे से खारिज कर दिया है। सऊदी अरब विदेश मंत्रालय से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 'सऊदी की सरकार जमाल खशोगी मामले में अपमानजनक और गलत तथ्य पर पहुंचनवे वाली अमेरिकी रिपोर्ट को सिरे से खारिज करती है। सऊदी अरब इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज करता है और इस रिपोर्ट में गलत आरोप लगाए गये हैं'।
रिपोर्ट में चूंकी सीधे सीधे सऊदी अरब के शहजादे यानि क्राउन प्रिंस को कत्ल का आरोपी बताया गया है लिहाजा सऊदी अरब ने रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा है कि 'अमेरिकी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट निगेटिव और फर्जी है। सऊदी अरब पहले ही इस मामले में बयान जारी कर चुका है कि वो एक संगीन अपराध था जिसमें सऊदी अरब के नियम कायदे, कानून और सऊदी के मूल्यों का का उल्लंघन किया गया था और सऊदी अरब ने पत्रकार जमाल की हत्या के बाद जांच के लिए सभी कदम उठाए थे ताकि जमाल को इंसाफ मिल सके। सऊदी अरब की अदालत में जमाल हत्याकांड के पांच आरोपियों को दोषी भी ठहराया गया है और कोर्ट के सजा का जमाल खशोगी के परिवार के लोगों ने स्वागत भी किया था। सऊदी अरब ने जमाल हत्याकांड के बाद वो सभी कदम उठाए थे जिससे ये सुनिश्चिति किया जा सके कि भविष्य में इस तरह के अपराध को अंजाम फिर से ना दिया जा सके'