
ईरान रॉकेट लॉन्च की कर रहा तैयारी, सैटेलाइट इमेज से मिली जानकारी
तेहरान, 15 जून : ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पहले से ही जारी तनावपूर्ण स्थिति के बीच उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से संकेत मिले हैं कि तेहरान एक अंतरिक्ष प्रक्षेपण की तैयारी कर रहा है। तस्वीरों में एक रेगिस्तान पर बने प्रक्षेपण स्थल पर एक रॉकेट दिखाई दे रहा है। 'मैक्सार टेक्नोलॉजीज' से प्राप्त चित्रों में ईरान के सेमनन प्रांत में इमाम खुमैनी स्पेसपोर्ट पर एक प्रक्षेपण स्थल दिख रहा है। इस स्थल से हाल ही में एक उपग्रह को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करने के कई असफल प्रयास किए गए थे

ईरान का रॉकेट लॉन्चिंग कार्यक्रम
तस्वीरों में एक रॉकेट दिख रहा है, जो प्रक्षेपण के लिए तैयार नजर आ रहा है और उसे प्रक्षेपण टावर पर रखा जा रहा है। बाद की एक तस्वीर में रॉकेट को टॉवर पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। हालांकि, ईरान ने इस संभावित प्रक्षेपण को लेकर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, मई में राज्य की तरफ से संचालित IRNA समाचार एजेंसी ने कहा था कि ईरान फारसी कलेंडर के मुताबिक 2023 के अंत तक लॉन्च के लिए सात होममेड उपग्रह तैयार कर सकता है। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने हाल ही में सुझाव दिया था कि ईरान जल्द ही अपने नए सॉलिड ईंधन से चलने वाला रॉकेट जल्जाना का परीक्षण कर सकता है। ज़ुल्जाना रॉकेट पैगंबर मोहम्मद के पोते इमाम हुसैन के घोड़े के नाम पर रखा गया है। ईरानी राज्य टेलीविजन ने फरवरी 2021 में एक ज़ुल्जानाके सफल लॉन्चिंग का वीडियो प्रसारित किया था।
रॉकेट कब प्रक्षेपण होगा, स्पष्ट नहीं
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं था कि रॉकेट का प्रक्षेपण कब होगा। जानकारों का मानना है कि, जब रॉकेट को खड़ा किया जाता है तो ऐसा समझा जाता है कि उसका जल्द ही प्रक्षेपण होने वाला है। नासा के अग्नि उपग्रह, जो अंतरिक्ष से प्रकाश की चमक का पता लगाते हैं, ने मंगलवार देर रात साइट पर कोई खास गतिविधि नहीं देखी। पेंटागन के एक प्रवक्ता के अनुसार, अमेरिकी सेना के मेजर रॉब लॉडविक ने कहा, अमेरिकी सेना ईरान की हर हरकत पर बारीकी से निगरानी करना जारी रखेगा। लॉडविक ने आगे कहा कि, ईरान का मिसाइल कार्यक्रम से उत्पन्न होने वाले खतरा अमेरिकी सेना के लिए चिंता का विषय है।
पांच बार असफल प्रक्षेपण
पिछले एक दशक में, ईरान ने कई अल्पकालिक उपग्रहों को कक्षा में भेजा है और 2013 में एक बंदर को अंतरिक्ष में भेजा था। हालांकि, कार्यक्रम ने हाल की परेशानियों को देखा है। सिमोर्ग कार्यक्रम के तहत उपग्रह ले जाने वाला रॉकेट के लिए लगातार पांच असफल प्रक्षेपण हुए थे। अधिकारियों ने उस समय कहा था कि फरवरी 2019 में इमाम खुमैनी स्पेसपोर्ट में आग लगने से तीन शोधकर्ताओं की भी मौत हो गई थी।
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