रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लिखी इमरान खान को चिट्ठी, अरबों डॉलर का करेंगे निवेश, भारत से दोस्ती टूटने के संकेत?
व्लादिमीर पुतिन ने इमरान खान को कहा है कि रूस पाकिस्तान में 8 अरब डॉलर का निवेश करने को तैयार है साथ ही डिफेंस सेक्टर में भी मदद करेगा।
इस्लामाबाद/मास्को, अप्रैल 12: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को बेहद महत्वपूर्ण संदेश भेजा है। रूस ने इमरान खान को 'ब्लैंक चेक' भेजा है, जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पाकिस्तान को कहा है कि रूस पाकिस्तान की हर क्षेत्र में मदद करेगा। चाहे डिफेंस सेक्टर हो या आर्थिक जगत, रूस पाकिस्तान के साथ हर पल खड़ा रहेगा। रूसी राष्ट्रपति का ये संदेश भारत के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि रूस भारत का सबसे पुराना दोस्त रहा है लेकिन अमेरिका की तरफ भारत के झुकाव के बाद दोनों देशों के बीच दूरी बढ़ी है और अब रूसी राष्ट्रपति के इस संदेश के बाद माना जा रहा है कि भारत और रूस की दोस्ती में दरार आ चुकी है।
रूस देगा हर मदद
पिछले हफ्ते भारत दौरा खत्म कर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पाकिस्तान के दौरे पर गये थे। करीब 9 सालों के बाद किसी रूसी विदेश मंत्री का पाकिस्तान दौरा था, जिसमें उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का ये अहम संदेश पाकिस्तान के नेताओं को दिया। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पाकिस्तान के नेताओं को पुतिन का मैसेज दिया जिसमें उन्होंने लिखा था कि 'मैं पाकिस्तान अपने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का मैसेज लेकर आया हूं। मैं पाकिस्तान से कहना चाहता हूं कि रूस पाकिस्तान को हर तरह का सहयोग देने के लिए तैयार है, पाकिस्तान को जो भी जरूरत है, वो रूस उसे देगा'। पाकिस्तानी मीडिया ने एक सीनियर पाकिस्तानी अधिकारी के हवाले से ये बयान छापा है। पाकिस्तानी अधिकारी ने दावा किया है कि एक तरह से कहें तो रूस ने हमें ब्लैंक चेक जारी कर दिया है। हालांकि, पाकिस्तानी अधिकारी ने अपना नाम जारी करने से मना कर दिया।
8 अरब डॉलर का निवेश
पाकिस्तानी अधिकारी ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पाकिस्तान को कहा है कि मॉस्को हर क्षेत्र में हर तरह से पाकिस्तान की मदद करेगा। रूसी विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को कहा है कि 'अगर पाकिस्तान गैस पाइपलाइन में इच्छुक है, कॉरिडोर्स बनाना चाहता है, डिफेंस सेक्टर में मदद चाहता है, या फिर कोई और सहयोग ही पाकिस्तान रूस से क्यों ना चाहता होस मॉस्को इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।' पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि रूस पाकिस्तान में 8 अरब डॉलर का निवेश करना चाहता है। रूस और पाकिस्तान पहले से ही नॉर्थ-साउथ गैस पाइपलाइन में सहयोगी हैं और 2015 में रूस और पाकिस्तान के बीच ये करार हुआ था। ये गैस पाइपलाइन कराची से लाहौर के बीच में बिछाया जा रहा है और ये प्रोजेक्ट करीब 2 अरब डॉलर का है। हालांकि, अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से इस पाइपलाइन का काम अबी बंद है। लेकिन रिपोर्ट है कि रूस और पाकिस्तान ने नये स्ट्रक्चर का विकास किया है ताकि इस पाइपलाइन का काम फिर से शुरू की जा सके।
पाकिस्तान में रूसी निवेश
पाकिस्तान स्टील मिल्स में निवेश कर रूस उसकी स्थिति सही करना चाहता है। वहीं, हाइड्रोइलेक्टिक प्रोजेक्ट को लेकर भी रूस पाकिस्तान की मदद करना चाहता है। कुल मिलाकर रूस ने पाकिस्तान में 8 अरब डॉलर निवेश करने का प्लान बनाया है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा है कि अब ये पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि वो रूस के इस ऑफर को किस तरह से भुनाता है। वहीं, जब पाकिस्तानी अधिकारी से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान रूस से एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर भी समझौता करेगा तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का रूख अभी इसपर साफ नहीं है लेकिन रूस पाकिस्तान के साथ एयर डिफेंस सिस्टम को भी लेकर भी सहयोग बढ़ाना चाहता है।
स्पेशल मिलिट्री मदद
रूसी विदेश मंत्री ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री के साथ इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि 'रूस पाकिस्तान में स्पेशल मिलिट्री उपकरण सप्लाई करने के लिए तैयार है, ताकि पाकिस्तान आतंकवाद निरोधी अभियान को बेहतर ढंग से चला सके'। हालांकि, स्पेशल मिलिट्री उपकरण में कौन कौन हथियार और सामग्री होंगे, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ सालों में रूस और पाकिस्तान काफी करीब आए हैं। वहीं माना जा रहा है कि इसके पीछे चीन का भी हाथ है। अमेरिका के खिलाफ चीन और रूस काफी नजदीद आ चुके हैं और माना जा रहा है कि इसी का फायदा पाकिस्तान को मिल रहा है।
भारत को झटका
पाकिस्तान में 8 अरब डॉलर का निवेश और मिलिट्री मदद भारत के लिए किसी झटके से कम नहीं है। क्योंकि, रूस भारत का सबसे पुराना साथी रहा है और 1971 में पाकिस्तान-भारत युद्ध में रूस ने खुलकर भारत की मदद की थी। वहीं, इस साल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत का दौरा करने वाला हैं, ऐसे में दोनों देशों की बीच क्या बातचीत होगी, इसपर पूरी दुनिया की नजर रहेगी। वहीं, पिछले महीने आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने रूस के साथ हथियार खरीदने में काफी कटौती कर दी है, जिसकी वजह से रूस अपने हथियार बेचने के लिए नये ग्राहक की तलाश में है और वो ग्राहक पाकिस्तान बन सकता है। वहीं, रूस की एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर भारत के साथ डील है जो इस साल अंत तक भारत पहुंच जाएगा ऐसे में अगर रूस पाकिस्तान के साथ एयर डिफेंस को लेकर डील करता है तो वो भारत के लिए सबसे बड़ा झटका माना जाएगा।
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