इस देश ने बनाया दुनिया का सबसे पहला Coronavirus वैक्सीन! सभी टेस्ट रहे सफल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में फैल चुका है। बात अगर विश्व भर की करें तो अबतक 1 करोड़ से ज्यादा लोग इस जानलेवा बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं दुनिया भर के वैज्ञानिक इसकी वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि जबतक इस महामारी की दवा नहीं खोज ली जाती जिंदगी का पटरी पर लौटना आसान नहीं होगा। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है और वो ये कि रूस ने कोरोना वायरस का वैक्सीन तैयार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूस के सेचेनोव विश्वविद्यालय का दावा है कि उसने कोरोना वायरस का वैक्सीन बना लिया है।
कोरोना वैक्सीन के सभी ट्रायल सफल
विश्वविद्यालय का दावा है कि कोरोना वैक्सीन के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। बताया जा रहा है कि यदि रूस का यह दावा सच साबित हुए तो यह दुनिया का पहला कोरोना वायरस वैक्सीन होगा। हालांकि, कोरोना वैक्सीन बनाने की राह में भारत ने एक कदम आगे बढ़ा लिया है और वैक्सीन का जानवरों पर ट्रायल पूरा कर लिया है और जल्द ही मनुष्यों पर भी ट्रायल शुरू किया जाएगा। वहीं अमेरिका समेत दुनिया के तमाम विकसित राष्ट्र कोरोना पर वैक्सीन तैयार करने में जुटे हुए हैं।
18 जून हो शुरू हुआ था वैक्सीन का परीक्षण
इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसलेशनल मेडिसिन एंड बायोटेक्नोलॉजी के निदेशक वदिम तरासोव ने कहा कि विश्वविद्यालय ने 18 जून को रूस के गेमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा निर्मित टीके के परीक्षण शुरू किया था। तारासोव ने कहा कि सेचेनोव विश्वविद्यालय ने कोरोनोवायरस के खिलाफ दुनिया के पहले टीके के स्वयं सेवकों पर सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया है।
जल्द ही बाजार में होगी उपलब्ध
सेचनोव यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल पैरासिटोलॉजी, ट्रॉपिकल एंड वेक्टर-बॉर्न डिजीज के निदेशक अलेक्जेंडर लुकाशेव ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से वैक्सीन के सभी पहलुओं की जांच कर ली गई है। अब यह वैक्सीन कब तक लोगों तक पहुंचेगी, यह तो नहीं पता, लेकिन अलेक्जेंडर लुकाशेव ने कहा कि यह जल्द ही बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। वदिम तरासोव के मुताबिक, एक महामारी की स्थिति में सेचेनोव विश्वविद्यालय ने न केवल एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में बल्कि एक वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान केंद्र के रूप में भी काम किया, जो ड्रग्स जैसे महत्वपूर्ण और जटिल उत्पादों का निर्माण करने में सक्षम है। हमने इस वैक्सीन के साथ काम किया, जो कि प्रीक्लिनिकल स्टडीज और प्रोटोकॉल डेवलपमेंट के साथ शुरू हुआ था और वर्तमान में क्लिनिकल परीक्षण चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों के पहले समूह को बुधवार को और दूसरे को 20 जुलाई को छुट्टी दे दी जाएगी।
रूस में कोरोना के एक दिन में रिकॉर्ड 6615 मामले
दूसरी ओर, रूस में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड 19) संक्रमण के एक दिन में रिकॉर्ड 6615 मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस रिस्पांस सेंटर के मुताबिक नए मामले 83 क्षेत्रों से आए हैं और इनमें 1491 मरीजों को कोरोना के लक्षण नहीं है। इन मामलों के साथ देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 7,27,162 हो गई है। दुनिया भर में कोरोना की महामारी से प्रभावित देशों की सूची में रूस चौथे स्थान पर हैं। यहां इस बीमारी से अब तक 11,188 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
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