हार जाएंं हिलेरी क्लिंटन इसके लिए राष्ट्रपति पुतिन ने छेड़ा था 'सीक्रेट वॉर'!
डेमोक्रेट पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन हार जाएं इसके लिए रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने खुद दिया था एक सीक्रेट कैंपेन का आदेश।
वाशिंगटन। वर्ष 2016 का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अगर कई बातों के लिए जाना जाएगा तो उसमें से एक होगा हैकिंग विवाद। यह विवाद नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन का पीछा नहीं छोड़ रहा है। अब एक और इंटेलीजेंस रिपोर्ट आई है और इस रिपोर्ट में कहा गया है कि डेमोक्रेट पार्टी की हिलेरी क्लिंटन चुनाव में हार जाएं इसके लिए राष्ट्रपति पुतिन ने खुद एक सीक्रेट कैंपेन का आदेश दिया था।
रिपोर्ट के बाद ट्रंप ने की एजेंसियों की तारीफ
शुक्रवार को अमेरिकी सरकार की ओर से पहली बार औपचारिक तौर पर पुतिन को हैकिंग के लिए दोषी करार दिया गया है। पहली बार अमेरिका ने औपचारिक तौर पर रूस पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं कि पुतिन ने ट्रंप को चुनाव में जीत मिले इसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित किया। इस रिपोर्ट को विस्तृत तौर पर ट्रंप को उपलब्ध कराया गया है और इसमें सरकार की ओर से वह सभी सुबूत हैं जो अमेरिका के दावों को सही साबित करते हैं। नए राष्ट्रपति ट्रंप ने न्यूज एजेंसी एपी को दिए इंटरव्यू में कहा है, 'उन्हें इंटेलीजेंस अधिकारियों के साथ बातचीत करके काफी कुछ पता लगा है।' लेकिन उन्होंने इस बात की जानकारी देने से इंकार कर दिया कि वह इस बात को स्वीकार करते हैं या नहीं कि रूस ने इन चुनावों में मध्यस्थता की है। ट्रंप ने कहा, 'काफी अच्छी मुलाकात रही और मैं वास्तव में इन लोगों को काफी पसंद करता हूं।' आपको बता दें कि चुनाव प्रचार के समय और जीतने के बाद से ही ट्रंप हमेशा इंटेलीजेंस अधिकारियों और एजेंसियों को चुनौती देते आए हैं। ट्रंप की मानें तो तो उन्हें काफी पता लगा है और उन्हें लगता है कि अधिकारियों को भी काफी चीजें पता लगी होंगी।
क्या-क्या किया रूस ने
ट्रंप ने उन सुबूतों का जिक्र नहीं किया जिनके जरिए उन्हें रूस के मध्यस्थता के बारे में पता लगा। कहा जा रहा है कि ट्रंप क्योंकि अभी आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति नहीं बने हैं इसलिए वह कई जानकारियों को सार्वजनिक करने से खुद को रोक रहे हैं। इससे पहले अपने एक लिखित बयान में ट्रंप ने कहा था कि यह एक दम साफ है कि रूस की ओर हुई ई-मेल हैकिंग की वजह से वह राष्ट्रपति नहीं बने हैं। इंटेलीजेंस रिपोर्ट के अनक्लासीफाइड वर्जन में अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने के रूस के प्रयासों के बारे में विस्तृत जानकारी है। उन एक्शंस के बारे में भी बताया गया है जिनके जरिए डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी और हिलेरी क्लिंटन के कैंपेन चेयरमैन जॉन पोडेस्ट के ई-मेल हैक किए गए।रूस ने स्टेट-फंडेड प्रपोगैंडे और पेड 'ट्रॉल्स' का प्रयोग किया और सोशल मीडिया पर कई तरह के भद्दे कमेंटस किए गए। हालांकि रिपार्ट में इस बारे में कोई जिक्र नहीं है कि रूस ने वोटिंग काउंटिंग या फिर बैलेट मशीन को भी प्रभावित किया। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पिछले माह रिपोर्ट के लिए अनुरोध किया था और वह चाहते थे कि 'इनॉग्रेशन डे' से पहले इसे पूरा कर लिया जाए।