बूढ़े दिखने के लिए क्या आप ने भी किया FaceApp इस्तेमाल, अमेरिका में बढ़ी चिंता
वॉशिंगटन। हाल ही में लॉन्च हुई एक एप फेसएप को लेकर लोगों में क्रेज बढ़ता जा रहा है। लोग इस पर दिए गए टाइम ट्रैवेल फिल्टर के जरिए यह जानने में लगे हैं कि जब वे बूढ़े हो जाएंगे तो कैसे दिखेंगे। लेकिन अब इस एप को लेकर अमेरिका में सवाल उठने लगे हैं। अमेरिका के सीनेट माइनॉरिटी नेता चक स्कूमर ने इस बात का अंदेशा जताया है कि इस एप के जरिए रूस निजी जानकारियों को जुटा रहा है। उन्होंने अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई से अनुरोध किया है कि एजेंसी इस मामले की जांच करें।
आपकी फोटोग्राफ कभी भी हो सकती है यूज
चक, न्यूयॉर्क से डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर हैं। उन्होंने एफबीआई से कहा है कि वह फेसएप को लेकर काफी चिंतित हैं क्योंकि यह एप देश की सुरक्षा और निजता के लिए खतरा है। उनका कहा है कि एप की वजह से करोड़ों अमेरिकी नागरिकों की जिदंगी पर खतरा पैदा हो गया है। स्कूमर के मुताबिक जो बात उन्हें सबसे ज्यादा परेशान कर रही है, उसके मुताबिक कितने लंबे समय तक डाटा को स्टोर करके रखा जा सकता है और अगर यूज करने के बाद इसे डिलीट कर दिया गया तो फिर डाटा का क्या होगा। चक ने कहा कि इस एप के जरिए बहुत ही संवदेनशील जानकारियां विदेशी ताकतों को मिल रही हैं जो अमेरिका के खिलाफ किसी साइबर युद्ध को अंजाम दे सकती हैं।
रूस में ही हुई डेवलप
इस एप को रूस की वायरलेस लैब ने डेवलप किया है। इस वजह से ही इस एप के डाटा क्लेक्शन को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। फेसएप को पिछले कुछ दिनों में काफी लोकप्रियता हासिल हुई है। सेलिब्रिटीज और आम नागरिक सभी कोई यह देखना चाहता है कि वह अगले 50 वर्षों में कैसा दिखेगा और इसके लिए एप में एक एडीटिंग टूल भी दिया गया है। विशेषज्ञ इस एप को लेकर चिंता जता रहे हैं। एप को साल 2017 में डेवलप किया गया था। कहा जा रहा है कि एप स्थायी तौर पर आपकी फोटोग्राफ्स पर एक्सेस हासिल कर लेती हैं। एप में एक क्लॉज है जिसके तहत वह यूजर्स की परमीशन के बिना उनकी फोटोग्राफ को न सिर्फ प्रयोग कर सकती है बल्कि उन्हें स्टोर भी कर सकती है। चक का कहना है कि फेसएप की लोकेशन रूस है और यह बात निश्चित तौर पर परेशान करने वाली है।