भारत और रूस के मजबूत संबंधों के लिए सुषमा स्वराज का शुक्रिया: रूसी राजदूत
नई दिल्ली। भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने कहा है कि दोनों देशों के बीच एक विशेष सामरिक संबंध है और इसका क्रेडिट विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दिया जाना चाहिए। रूस के राजदूत के अनुसार, सुषमा स्वराज के प्रयासों का ही परिणाम है कि दोनों देशों के बीच तेजी के साथ विश्वास बढ़ रहा है। रूस के दूतावास में मंगलवार को एक समारोह में राजदूत कुदाशेव ने कहा कि सुषमा स्वराज की उपस्थिति ना केवल गौरवशाली अतीत को याद दिलाता है, बल्कि विश्वास के पुन:निर्माण को भी दर्शाता है।
राजदूत कुदाशेव ने भारत और रूस के रिश्तों को मजबूती से आगे बढ़ाने और व्यक्तिगत द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाने में योगदान के लिए सुषमा स्वराज का शुक्रिया अदा किया।
दोनों देशों के बीच मौजूद दोस्ती पर टिप्पणी करते हुए राजदूत कुदाशेव ने कहा, "यह ध्यान देने की बात है कि अतरराष्ट्रीय पहलों में से एक रूस ने ही सबसे पहले 28 जनवरी, 1993 को भारत के साथ मैत्री और सहयोग संधि पर हस्ताक्षर किए थे। कुदाशेव ने कहा कि इस साल इस संधि के 25 साल पूरे हुए हैं और साथ दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों के भी 71 वर्ष पूरे हुए हैं।
राजदूत कुदाशेव ने भारत और रूस के संबंधों पर कहा कि रूस और भारत अपने टिकाऊ और बहुपक्षीय संबंधों का गर्व से दावा कर सकते हैं, जो एक विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के वास्तविक सार को परिभाषित करते हैं। वार्षिक शिखर सम्मेलन साल की प्रमुख घटनाएं हैं, जो दो देशों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करते हैं।