रूस में मिला यहां का सबसे बड़ा डायमंड, 12-13 करोड़ वर्ष पुराना होने का दावा
मास्को। रूस में अबतक का सबसे बड़ा डायमंड पाया गया है। यह अबतक का सबसे बड़ा डायमंड है जोकि अपने प्राकृतिक रंग में रफ डायमंड है। रूस की डायमंड कंपनी एलरोसा का दावा है कि उसने यह डायमंड उत्तरी पूर्वी क्षेत्र यकुतिया में अपनी एक खदान में पाया है। कंपनी का दावा है कि यह डायमंड 236 कैरेट का है। यह गहरे भूरे रंग का चमकीला रफ डायमंड है। दावा है कि रूस में पाया गया यह अबतक का सबसे बड़ा नैचुरल रंग का रफ डायमंड है।
12-13 करोड़ वर्ष पुराना
दावा किया गया है कि यह डायमंड तकरीबन 12-13 करोड़ वर्ष पुराना है। इसे अनबर नदी के पास स्थित एबेलियाक खदान के पास पाया गया है। अलसोरा कंपनी के मुखिया पैवेल विनिकिन ने बताया कि इतना बड़ा नैचुरल रफ डायमंड अपने आप में एक जबरदस्त खोज है। इस डायमंड को लेकर दुनिया की बड़ी कंपनियां इच्छा जाहिर कर सकती हैं। हालांकि कंपनी ने अभी तक इस बात का निर्णय नहीं लिया है कि वो इस डायमंड का क्या करेंगे। वह इस डायमंड को तराशकर खुद बेचेंगे या फिर इसे इसी मौजूदा आकार में दूसरी कंपनी को अच्छी कीमत पर बेचेंगे।
पहले भी मिल चुका है रफ डायमंड
इस डायमंड के आकार की बात करें तो इसका आकार 47x24x22 मिलिमीटर है। लेकिन इसकी कटिंग और पॉलिश के बाद यह काफी बेहतरीन गुणवत्ता का डायमंड साबित हो सकता है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि रफ कलर का डायमंड खदान से मिला है। इससे पहले 2017 में भी एबेलिकाह में भी इस तरह का डायमंड मिला था। उस वक्त गहरे पीले रंग, गुलाबी और बैंगनी-गुलाबी रंग के तीन रफ डायमंड मिले थे।
महामारी का डायमंड उद्योग पर बुरा असर
बता दें कि मौजूदा समय में कोरोना महामारी की वजह से डायमंड उद्योग को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। कोरोनावायरस का खौफ चीन से सटे हॉन्ग कॉन्ग तक पसरा हुआ है। जिससे वहां दुनियाभर के ट्रेडर्स और कंपनियां प्रभावित हो रही हैं। गुजरात के सूरत के हीरा कारोबारियों को इसी खौफ के चलते अरबों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJGC) के रीजनल चेयरमैन दिनेश नवाडिया के मुताबिक, 'चीन में कोरोना वायरस फैलने के बाद हॉन्ग कॉन्ग ने इमरजेंसी घोषित की हुई है। जिसका बुरा असर हीरा व्यवसाय पर भी पड़ रहा है। दो महीनों में लगभग 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है।'
सूरत पॉलिश का बड़ा हब
मालूम हो कि, सूरत के हीरा कारोबारी हॉन्ग कॉन्ग को बड़ी मात्रा में हीरा एक्सपोर्ट करते हैं। हर साल सूरत से हांगकांग को लगभग 50,000 करोड़ रुपये कीमत के पॉलिश हीरे निर्यात किए जाते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि, कुल हीरा निर्यात का लगभग 99 पर्सेंट हिस्सा सूरत में ही पॉलिश किया जाता है।