रूस की सुपरफास्ट वैक्सीन SPUTNIK-V की दुनिया भर से डिमांड, 20 देशों ने किए ऑर्डर
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच रूस ने कोविड-19 वैक्सीन का ऐलान कर के पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। चीन के वुहान में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के करीब 9 महीने बाद रूस पहला देश बन गया है, जिसने कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इस बीच कई कोरोना पीड़ित देशों से कोरोना वैक्सीन के लिए रूस को ऑर्डर भी मिलने शुरू हो गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबित अब तक 20 देशों ने रूस की सुपरफास्ट वैक्सीन SPUTNIK-V के लिए ऑर्डर दिए हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार यानी 11 अगस्त को रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया है कि उनके देश ने दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन को बना ली है। राष्ट्रपति पुतिन की इस घोषणा के बाद से ही दुनियाभर के देशों में रूसी वैक्सीन की मांग तेज हो गई है और अब तक इस वैक्सीन के लिए करीब 1 अरब खुराक के ऑर्डर मिले हैं। रशियन डॉयरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के हेड किरिल दिमित्रिज ने कहा कि उन्हें इस वैक्सीन के लिए 20 देशों से एक अरब डोज बनाने का ऑर्डर मिला हुआ है।बता दें कि रशियन डॉयरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड नामक संस्था ने रूसी कोरोना वैक्सीन प्रोजेक्ट के लिए निधि मुहैया कराई है।
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि वैक्सीन के लिए रूस के पास किन-किन देशों से ऑर्डर आए हैं। वैक्सीन का औद्योगिक उत्पादन सितंबर से शुरू होने की उम्मीद है। इस वैक्सीन के आम लोगों में इस्तेमाल की घोषणा करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन ने मंगलवार को इसे दुनिया के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम बताया। पुतिन के मुताबिक वैक्सीन बहुत ही अच्छी तरह से काम करता है और कोविड-19 वायरस के खिलाफ एक स्थाई इम्युनिटी उपलब्ध कराता है। पुतिन के मुताबिक उनकी एक बेटी ने भी इस वैक्सीन का प्रयोग किया है और वो बहुत ही अच्छा महसूस कर रही हैं। लेकिन, रूस और उसके राष्ट्रपति के तमाम दावों के बावजूद दुनियाभर में इस वैक्सीन की उपयोगिता, क्षमता और सुरक्षा को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं।
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