बाइडेन के कार्यकाल में पहली बार सीरिया पर अमेरिकी एयर स्ट्राइक, रूस हुआ नाराज
दमिश्क। बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार अमेरिकी सेना ने इराक में हवाई हमला किया है। इराक बॉर्डर से लगे सीरिया के इलाकों में हुई इस अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरान समर्थित चरमपंथी गुटों को निशाना बनाया गया है। अमेरिका ने इस हमले को इराक में हाल के दिनों गठबंधन सेना के ऊपर हुए हमले का जवाब बताया है।
वहीं अमेरिकी सेना के हवाई हमले की रूस ने कठोर निंदा की है। रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा इस तरह की कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं। हम सीरिया की क्षेत्रीय अखण्डता और संप्रभुता का बिना शर्त सम्मान करने के पक्षधर हैं।"
बाइडेन
ने
दिया
था
आदेश
जो
बाइडेन
गुरुवार
को
अमेरिकी
सेना
को
सीरिया
के
अंदर
स्थित
इराक
समर्थित
चरमपंथी
गुटों
पर
हमले
का
आदेश
दिया
था।
अमेरिका
का
कहना
है
कि
बॉर्डर
इलाके
में
सक्रिय
ये
चरमपंथी
गुट
इराक
स्थित
गठबंधन
सेना
पर
हमला
कर
रहे
हैं।
इसी
महीने
इराक
के
इरबिल
शहर
के
पास
हुए
एक
अमेरिकी
एयरबेस
पर
रॉकेट
हमले
में
एक
सिविल
कॉण्ट्रैक्टर
की
मौत
हो
गई
थी।
हमले
में
9
लोग
घायल
हुए
थे।
अमेरिका ने हमले में बॉर्डर पर स्थित ईरान समर्थित चरमपंथी गुटों के कई ठिकाने नष्ट होने का दावा किया है। हालांकि अमेरिका ने हमले के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दी है बल्कि इतना कहा है कि उसने सही टार्गेट पर निशाना लगाया है।
17
लोगों
की
मौत
सीरिया
के
सरकारी
मीडिया
ने
भी
हमले
की
पुष्टि
की
है।
सीरियाई
टीवी
ने
कहा
है
कि
हवाई
हमला
इराक-सीरिया
बॉर्डर
पर
कई
स्थानों
पर
किया
गया
था।
इलाके
में
मौजूद
अस्पताल
और
दूसरे
स्रोतों
के
हवाले
से
सीरिया
की
मीडिया
ने
हमले
में
17
लोगों
के
मरने
की
पुष्टि
की
है।
इस
संख्या
की
स्रोतों
से
पुष्टि
नहीं
हुई
है।
अमेरिका
ने
हमले
में
मौत
के
बारे
में
कोई
जानकारी
नहीं
दी
है।