सबसे पहले कोरोना वैक्सीन बनाने वाले रूस ने भारत के लिए 15 अगस्त पर भेजा ये खास संदेश
नई दिल्ली: पूरा भारत कोरोना वायरस की चपेट में आ गया है। इस बीच आज धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया। इस दौरान कार्यक्रमों में भीड़ तो नहीं उमड़ी लेकिन उत्साह पहले जैसा ही था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लालकिले की प्राचीर से तिरंगा फहराकर देश को संबोधित किया। इस बीच भारत के करीबी दोस्त रूस ने भी स्वतंत्रता दिवस पर भारत को खास संदेश भेजा है। हाल ही में रूस ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल की थी।
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क्या कहा रूस ने?
रूस के विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर लिखा कि भारत के लोगों, पीएम नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। रूस में स्थित भारतीय दूतावास और महावाणिज्य दूतावास व्लादिवोस्तोक में काम करने सभी कर्मचारियों को भी स्वतंत्रता दिवस की बधाई। इसके अलावा उन्होंने ट्विटर पर 9 सेकेंड का एक वीडियो भी पोस्ट किया है। जिसमें भारत और रूस का झंडा बना है। रूस के संदेश पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाओं के लिए रूस को धन्यवाद। हम अपने असाधारण करीबी और टाइम टेस्ट वाले रिश्ते को बहुत महत्व देते हैं।
रूस ने तैयार कर ली है वैक्सीन
आपको बता दें कि रूस ने मंगलवार को दावा किया था कि उसने कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार कर ली है। इस वैक्सीन का पहला डोज राष्ट्रपति पुतिन की बेटी को दिया गया है। रूस के मुताबिक वैक्सीन का कोई साइड-इफेक्ट्स नहीं है। साथ ही ये इंसानों की प्रतिरक्षा प्रणाली को और मजबूत करेगी। इस वैक्सीन पर WHO और अमेरिका समेत कई देशों ने आपत्ति जताई है। साथ ही कहा है कि बिना सही से ट्रायल किए रूस ने इस वैक्सीन को लॉन्च कर दिया।
भारत कब आएगी वैक्सीन?
रूस के मुताबिक उसका मकसद पहले अपने लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन देना है। इसके अलावा वो दुनिया को भी इसकी सप्लाई करेगा। मौजूदा वक्त में भारत समेत 20 देशों ने उसकी वैक्सीन में दिलचस्पी दिखाई है। ऐसे में वो नवंबर तक कोरोना वायरस वैक्सीन की सप्लाई अन्य देशों में शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा रूस ने आरोपों पर सफाई भी दी है। जिसके मुताबिक वो ट्रायल से जुड़े डेटा को अगस्त या फिर सितंबर में दुनिया के सामने रख देंगे।
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