रूसी कोरोना वैक्सीन Sputnik V 92% तक प्रभावी, सामने आए अंतिम दौर के ट्रायल के रिजल्ट
नई दिल्ली। Sputnik V coronavirus vaccine, दुनियाभर में कोरोना(coronavirus) महामारी की रोकथाम के लिए कई कोविड-19 की वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही है। रूस(Russia) की Sputnik V वैक्सीन को दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन माना जा है। हालांकि तब रूस पर आरोप लगा था कि, बिना पूरे नतीजे आए रूस ने इस वैक्सीन को बाजार में उतार दिया है, लेकिन अब स्पूतनिक वी के अंतिम दौर के ट्रायल के नतीजे आ गए हैं। रूस की Sputnik V वैक्सीन कोविड-19 के खिलाफ 91.6 फीसदी तक प्रभावी पाई गए है।
Sputnik V वैक्सीन को अंतिम दौर के ट्रायल में पाया गया 91.6% प्रभावी
लेंसेट में मंगलवार को प्रकाशित रिजल्ट के अनुसार प्रारंभिक निष्कर्षों से पता चलता है कि स्पुतनिक वी की दो-खुराकों ने उच्च प्रभावकारिता दिखाई है। रूस के गामाले नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के इना डोलझिकोवाने कहा अंतिम चरण के नैदानिक परीक्षणों में 18 से अधिक प्रतिभागियों के उपर वैक्सीन के अच्छे परिणाम आए हैं। डेटा के मुताबिक, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों पर भी वैक्सीन समान रूप से प्रभावी पायी गई है।
कोविड-19 के खिलाफ दुनिया को एक बेहतर वैक्सीन मिली
20 हजार लोगों पर किए गए इस वैक्सीन के फेज-3 के ट्रायल के विश्लेषण के अनुसार, टीके के दो डोज सिम्पटमेटिक कोविड-19 के खिलाफ 90 फीसदी से अधिक असरकारी पाए गए हैं। लेसेंट के अनुसार, स्पूतनिक V वैक्सीन के विकास की प्रक्रिया की अनजाने में, जल्दबाजी में और पारदर्शिता के अभाव में आलोचना की गई थी, लेकिन यहां जो इसके परिणाम आए हैं, वे स्पष्ट हैं, कोविड-19 के खिलाफ दुनिया को एक बेहतर वैक्सीन मिली है।
लोगों पर 91.6% तक असरदार
द लैंसेट को शोधकर्ताओं ने बताया कि, दो अलग-अलग एडेनोवायरस वैक्टर के आधार पर बनी इस वैक्सीन के मरीजों को दो डोज दिए जाएंगे। ये डोज 21 दिनों के भीतर दिये जाएंगे। जिससे यह लोगों पर 91.6% तक असरदार होगी। रूस ने अगस्त में वैक्सीन को मंजूरी दी थी। रूस अपने लोगों को कोरोना वैक्सीन देने वाला दुनिया का पहला देश है। रूस के कोरोनावायरस (Coronavirus) वैक्सीन (Sputnik-5) का भारत में तीसरे चरण का ट्रायल रेड्डी लैबोरेटरी (Reddy's lab Lab) कर रही है।