
रूस से 5 महीने बाद बाहर निकलेंगे पुतिन, यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार करेंगे इस देश का दौरा
मॉस्को, 27 जूनः रूस के राष्ट्रपति इस सप्ताह के मध्य एशिया के दो पूर्व सोवियत देशों का दौरा करेंगे। यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश देने के बाद यह पुतिन की पहली विदेश यात्रा होगी। रोसिया 1 स्टेट टेलीविजन के स्टेशन के क्रेमलिन संवाददाता पावेल जारुबिन ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तजाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान का दौरा करेंगे।

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तुर्कमेनिस्तान में एक सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
रोसिया 1 स्टेट टेलीविजन के मुताबिक वे मॉस्को में बातचीत के लिए इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो से मिलेंगे। इसके बाद वे दुशांबे में पुतिन ताजिक राष्ट्रपति इमोमाली राखमोन से मिलेंगे। राखमोन को पुतिन सबसे नजदीकी सहयोगी माना जाता है। वे तजाकिस्तान पर सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले शासक हैं। जारुबिन ने बताया कि पुतिन तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में अजरबैजान, कजाकिस्तान, ईरान और तुर्कमेनिस्तान के नेताओं सहित कैस्पियन देशों के एक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
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बेलारूस जाने की भी है योजना
आरआईए समाचार एजेंसी ने रविवार को रूस के संसद के ऊपरी सदन के स्पीकर वेलेंटीना मतविएन्को का हवाला देते हुए कहा कि व्लादिमीर पुतिन का बेलारूस जाने की भी योजना है। वे बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ एक फोरम में भाग लेने के लिए 30 जून और 1 जुलाई को बेलारूसी शहर ग्रोडनो का दौरा करेंगे। इस दौरान वे अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। इसमें रूस और बेलारूस के बीच संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की जाएगी।
मिसाइलों को तैनात करने की दे सकते हैं मंजूरी
ऐसा माना जा रहा है कि व्लादिमीर पुतिन इस दौरान बेलारूस में मिसाइलों को तैनात करने की औपचारिक मंजूरी भी दे सकते हैं। रूस के बाहर पुतिन की अंतिम ज्ञात यात्रा फरवरी में चीन की थी। इस दौरान पुतिन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शीतकालीन ओलंपिक खेलों के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच तेल और गैस आयात को लेकर समझौता भी हुआ था, जिसके अंतर्गत चीन पहले की अपेक्षा रूस से ज्यादा मात्रा में ईंधन का आयात करेगा। इसके लिए दोनों देशों के बीच पाइपलाइन बनाने पर भी सहमति बनी थी।