दूसरी कोरोना वैक्सीन लॉन्च करने की तैयारी में रूस, सितंबर तक पूरा हो जाएगा परीक्षण
नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस के अब तक 2 करोड़ से अधिर रोगियों की पुष्टि हो चुकी है और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस बीच रूस ने दुनिया की सबसे पहली कोरोना वैक्सीन का ऐलान कर सबको हैरान कर दिया। अभी पहले वैक्सीन को लेकर विवाद खत्म नहीं हुआ है था कि अब रूस कोविड-19 की दूसरी वैक्सीन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर तक दूसरी वैक्सीन का परीक्षण पूरा कर लिया जाएगा।
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वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस के वेक्टर स्टेट रिसर्च सेंटर ऑफ वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी द्वारा विकसित की गई एक कोरोना वैक्सीन ने मनुष्यों पर किए गए शुरुआती परीक्षण में अच्छा प्रदर्शन किया है। EpiVacCorona नाम की ये वैक्सीन उस टीके स्पूतनिक V (Sputnik V) से बिल्कुल अलग है जिसे रूस ने सबसे पहले लॉन्च किया है। शुरुआती परीक्षण में वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं देखने को मिला है।
14 से 21 दिन में दिखा असर
उपभोक्ता अधिकार संरक्षण और मानव कल्याण पर निगरानी के लिए रूस की संघीय सेवा ने शुक्रवार को इस बात का दावा किया है। एजेंसी ने कहा कि EpiVacCorona वैक्सीन का क्लिनिकल परीक्षण सितंबर में पूरा हो जाएगा। संस्था ने बताया कि टीका लगवाने के बाद सभी वालंटियर्स अच्छा महसूस कर रहे हैं। EpiVacCorona वैक्सीन का शुरुआती परीक्षण 57 स्वयंसेवकों पर किया गया। जबकि 47 लोगों को प्लेसबो दिया गया है। रिपोर्ट मे कहा गया है कि वैक्सीन लेने के 14 से 21 दिन के अंदर ही वालंटियर्स में कोरोना वायरस के खिलाफ एक प्रतिरक्षा तंत्र विकसित हुआ।
फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाया जाएगा टीका
इतना ही नहीं इस दौरान टीके का कोई कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया था। बता दें कि अगस्त के शुरुआत में ही रूस ने दुनिया की सबसे पहली वैक्सीन स्पूतनिक V को लॉन्च किया था। इसके साथ ही रूस कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी देने वाला विश्व का पहला देश बन गया है। जानकारी के मुताबिक रूस ने वैक्सीन की पहली खेप भी तैयार कर ली है, यह टीका सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाया जाएगा। रूस को इस वैक्सीन की डिलीवरी के लिए 20 देशों से ऑर्डर भी मिल चुके हैं।
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