सीरिया पर हमलों की जानकारी देकर भारत के साथ रूस ने निभाई दोस्ती
मॉस्को। रूस ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के अनुरोध के बाद सीरिया पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। लेकिन इन हमलों से पहले रूस ने भारत को हमलों की जानकारी दी।
रूस के दूतावास की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में यह बात कही गई है। रूस को भारत को इत्तिला करना कई मायनों में काफी अहम है क्योंकि पिछले कुछ समय से भारत अपने इस पुराने दोस्त को नजरअंदाज कर रहा था।
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रूसी के दूतावास ने भारत के विदेश मंत्रालय को आधिकारिक रूप से इसकी सूचना दी कि सीरिया में आईएसआईएस और बाकी आतंकवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई में सैन्य सहायता के सीरियाई राष्ट्रपति के अनुरोध पर, रूस सीरिया के सभी क्षेत्रों में आतंकवादियों के ठिकानों पर हवाई और राकेट हमले शुरू कर रहा है।
सीरिया में हवाई हमले के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को वहां की संसद से मंजूरी मिल जाने के बाद यह विज्ञप्ति जारी हुई है। अफगानिस्तान में सोवियत कब्जे के बाद यह रूस का दूसरे देश में यह पहला युद्ध अभियान है।
राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को बुधवार को सीरिया में हवाई हमला करने के लिए संसद से मंजूरी मिली थी। यह ऐलान ऐसे समय हुआ जब पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सीरिया में आईएसआईएस को पराजित करने के तौर तरीकों पर तथा देश के संकटग्रस्त नेता बशर अल असद की भूमिका के संदर्भ में प्रतिद्वंद्वी योजनाओं को आगे बढा रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा है कि अमेरिका, सीरिया में रूस के हमलों का स्वागत करता है बशर्ते हमले सिर्फ आईएसआईएस और अल कायदा के खिलाफ हों। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका चाहता है बशर अल असद अपना पद छोड़ दें।