रूस ने स्वीडन, पोलैंड और जर्मनी के राजनयिकों को निष्कासित किया, जानिए क्या है वजह
मास्को। रूस ने जर्मनी, स्वीडन और पोलैंड के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी दी है। मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यूरोपिय संघ के इन राजनयिकों ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक एलेक्सी नावलनी के समर्थन में किए जा रहे एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। शुक्रवार को रूस ने इस बात का ऐलान किया। इससे पहले यूरोपियनप यूनियन के विदेश मामलों के चीफ जोसेफ बोरेल रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिले थे। वहीं स्वीडन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने अपने राजनयिक के किसी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की खबर को खारिज कर दिया है।
आपको बता दें कि बुधवार को मॉस्को की एक अदालत ने नवलनी को साढ़े तीन साल जेल की सजा सुनाई है। पिछले आपराधिक मामले में गिरफ्तार नवलनी को अदालत ने पैरोल की शर्ता के उल्लंघन का दोषी करार दिया है। पैरोल की शर्तों के मुताबिक नवलनी को नियमित रूप से रिपोर्ट करना था, लेकिन उन्होंने इसका पालन नहीं किया। नवलनी को एक धोखधड़ी के मामले में भी दोषी ठहराया जा चुका है। सुनवाई के दौरान नवलीन ने अदालत में राष्ट्रपति पुतिन को जहर देने वाला कहा था। उन्होंने कहा था कि एसएसबी के हाथों मेरी हत्या की साजिश की जा रही है।
कोर्ट में नवलनी ने आगे कहा कि मैं अकेला नहीं हूं। वहीं सजा सुनाए जाने के बाद नवलीन ने कहा था कि रूस के विपक्ष को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुतिन लगातार लोगों को डराने धमकाने का काम कर रहे हैं। सजा सुनाए जाने के बाद उनके समर्थकों ने इसके विरोध में रैली का ऐलान किया। इस दौरान करीब 300 समर्थकों को हिरासत में लिया है।
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