क्रीमिया में S-400 मिसाइलें खड़ी करने की तैयारी में रूस, यूक्रेन ने दी 'बड़े स्तर के युद्ध' की धमकी
मास्को। रूस और यूक्रेन के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बीच मास्को ने क्रीमिया में एस-400 मिसाइलें तैनात करने योजना बना ली है। रूस के मीडिया ने अपन विदेश मंत्रालय के हवाले से बुधवार को कहा कि इस साल के अंत तक रूस अपनी नई तकनीक वाली एस-400 मिसाइलें क्रीमिया में खड़ी करेगा, लेकिन अभी इनकी संख्या के बारे में पता नहीं चल पाया है। रूस ने इन्हीं मिसाइलों को इससे पहले शीत युद्ध के दौरान 1980 और 1990 में तैनात की थी, जो जमीन से उठकर 400 किमी की दूरी तक हवा में दुश्मन को निशाना बनाने में सक्षम है।
2014 जैसी बनी स्थिति
गौरतलब है कि रूस ने क्रीमिया में अपनी नई एस-400 मिसाइलें तैनाती की घोषणा सितंबर में ही कर दी थी। मास्को के इस कदम से यूक्रेन और रूस के बीच तनातनी खतरनाक स्तर पर पहुंचने की संभावना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने क्रीमिया में बहुत पहले से सैन्य टैंकों के तैनाती कर दी है। कई रूस सैनिकों ने भी रूसी-यूक्रेन सीमा पर डेरा डाल दिया है। रूस और यूक्रेन के बीच 2014 के बाद एक बार फिर युद्ध जैसी स्थिती बनती दिख रही है।
यूक्रेन में मार्शल लॉ
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस के साथ 'बड़े स्तर का युद्ध' की बात कही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने मंगलवार को कहा, 'मैं किसी को भी यह एक गेम या मजाक की तरह सोचने नहीं देना चाहता। रूस के साथ यूक्रेन एक बड़े स्तर के युद्ध के साये में है।' फिलहाल, यूक्रेनियन राष्ट्रपति ने अपने देश के कई हिस्सों में मार्शल लॉ लागू कर दिया है। रूस के इस कदम से वर्ल्ड पॉलिटिक्स में डिप्लोमेटिक्स प्रभावित होते नजर आने शुरू हो गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच होने वाली मिटिंग भी रद्द हो सकती है। ट्रंप जी20 सम्मेलन के लिए ब्यूनस आयर्स रवाना हो रहे हैं।
क्या है माजरा?
25 नवंबर को रूस ने दनादन गोलियां चलाकर यूक्रेन के तीन सैन्य जहाजों और 24 सैनिकों को बंधक बना दिया, जिसके बाद दोनों देश एक दूसरे के आमने-सामने आ गए। रूस का आरोप है कि यू्क्रेन के सैन्य जहाज उनके क्रीमिया में घुस आए थे, जिसके बाद उनके जहाजों को जब्त कर सैनिकों हिरासत में ले लिया। ये क्रीमिया भी यूक्रेन का ही हिस्सा हुआ करता था, जिस पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था। रूस ने अपनी आक्रमकता को बरकरार रखते हुए दोनों देशों के बीच समुद्र स्ट्रेट ऑफ कर्च सीमा पर अपने टैंकर खड़े कर रास्ता रोक दिया। जिसके बाद दोनों देशों के बीच खतरनाक तनाव पैदा हुआ है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने धमकी दी है कि अगर रूस ने हमले जैसी कोई हरकत की तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।