रूस ने लॉन्च की दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन, राष्ट्रपति पुतिन की बेटी को लगाया गया इंजेक्शन
मॉस्को।
रूस
ने
मंगलवार
को
ऐलान
किया
है
कि
उसने
कोरोना
वायरस
की
वैक्सीन
को
मंजूरी
दे
दी
है।
साथ
ही
राष्ट्रपति
व्लादीमिर
पुतिन
की
तरफ
से
इस
बात
से
पर्दा
उठाया
गया
है
कि
अब
उनकी
बेटी
को
कोरोना
की
वैक्सीन
दी
जा
चुकी
है।
पुतिन
ने
कहा
है
कि
जल्द
ही
देश
भर
में
वैक्सीन
का
उत्पादन
शुरू
हो
जाएगा
और
बड़े
स्तर
पर
वैक्सीनेशन
प्रक्रिया
को
शुरू
किया
जाएगा।
अभी
तक
हालांकि
यह
जानकारी
सामने
नहीं
आई
कि
पुतिन
की
कौन
सी
बेटी
को
वैक्सीन
दी
गई
है।
वह
दो
बेटियों
मारिया
और
कटरीना
के
पिता
हैं।
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17
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में
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राष्ट्रपति पुतिन बोले-दुनिया के लिए अहम पल
रूस की वेबसाइट रशिया टुडे की तरफ से बताया गया है कि मंगलवार की सुबह पुतिन ने दुनिया को पहली कोरोना वायरस वैक्सीन तैयार होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन जानलेवा वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी का निर्माण करने में सक्षम है जो तेजी से दुनिया में फैल रहा है और कई लोगों की जान ले रहा है। पुतिन ने अपनी सरकार के सदस्यों से कहा, 'जहां तक मुझे मालूम है यह कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ एक वैक्सीन को इस सुबह रजिस्टर किया गया है, यह दुनिया की पहली वैक्सीन है।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं इस वैक्सीन को तैयार करने के काम में लगे हर शख्स का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। यह पूरी दुनिया के लिए एक अहम पल है।'
बेटी को पहले ही किया गया वैक्सीनेट
पुतिन ने जोर दिया कि रूस में वैक्सीनेशन स्वैच्छिक आधार पर होना चाहिए। हर किसी पर प्रतिरक्षण के लिए दबाव नहीं डाला जाना चाहिए। सदस्यों को वैक्सीन के बारे में जानकारी देते समय ही राष्ट्रपति ने बताया कि उनकी एक बेटी को पहले ही वैक्सीनेट किया जा चुका है। कोविड-19 ने अब तक दुनियाभर में सात लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वहीं दो करोड़ लोग इससे संक्रमित हैं। बताया जा रहा है कि जनवरी में रूस की वैक्सीन सामान्य वितरण के लिए मौजूद होगी। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि फ्रंट लाइन वर्कर्स और उन मेडिकल प्रोफेशनल्स को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जाएगी।
जल्द होगी टीकाकरण की शुरुआत
रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि नियामक ने दो माह से कम समय में भी ह्यूमन टेस्टिंग के बाद वैक्सीन को मंजूरी दी है। मॉस्को गेमालिया इंस्टीट्यूट में वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा था। इस कदम के साथ ही बड़े स्तर पर टीकाकरण की शुरुआत भी हो जाएगी। वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल जिसमें इसकी सुरक्षा और इसके असर को हालांकि अभी तक परखा जा रहा है। जिस स्पीड से रूस में वैक्सीन की तरफ बढ़ रहा है वह इस बात को बताता है कि पुतिन इस रेस को जीतना चाहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की तरफ से रूस से अपील की गई है कि वह हर तय नियम का पालन करे।
पुतिन ने वैक्सीनेशन के लिए मांगा प्लान
पुतिन ने स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को से कहा है कि वह प्रतिरक्षण की विस्तृत योजना के बारे में उन्हें जानकारी दे। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, 'मैं जानता हूं कि यह बहुत प्रभावी तरीके से काम करती है, एक स्थिर प्रतिरक्षा का निर्माण करती है और मैं फिर से दोहराता हूं कि इस वैक्सीन ने हर प्रकार के जरूरी परीक्षण को पास कर लिया है।' रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन को गमेलिया रिसर्च इंस्टीट्यूट और रूस के रक्षा मंत्रालय की तरफ से तैयार किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा था कि अभी क्लीनिकल ट्रायल डाटा और कोविड-19 वैक्सीन के दूसरी जरूरी डॉक्यूमेंट्स पर काम जारी है और ये सभी एक्सपर्ट रिव्यू से गुजर रहे हैं।