भारत से हारा तो रूस ने दिया सहारा, पाकिस्तान को बहुत बड़ी राहत
रूस ने दो साल के बाद पाकिस्तानी चावल पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया है, जिससे पाकिस्तान में चावल उत्पादन करने वाले किसानों को बहुत बड़ी राहत मिली है
मॉस्को/इस्लामाबाद, जून 13: भारत और पाकिस्तान के बीच की जंग कोई आज की नहीं है और एक बार फिर जब कूटनीतिक स्तर पर भारत ने पाकिस्तान को हराया है तो उसकी मदद के लिए भारत का दोस्त रूस ही पहुंच गया। भारत के दोस्त रूस ने पाकिस्तान की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है। रूस ने दो सालों के बाद पाकिस्तान के चावल पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया है और पाकिस्तान के लिए ये एक बहुत बड़ी राहत है। बहुत बड़ी राहत इसलिए, क्योंकि दुनिया में टॉप-5 चावल उत्पादन करने वाला देश पाकिस्तान है और पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को चावल से काफी फायदा पहुंचता है।
पाकिस्तान को बड़ी राहत
रूस ने दो सालों के बाद पाकिस्तानी चावल पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया है, जिससे पाकिस्तान में चावल उत्पादन करने वाले किसानों को बहुत बड़ी राहत मिली है और माना जा रहा है कि रूस के इस कदम से पाकिस्तान में चावल उत्पादकों की आमदनी में इजाफा होगा। पाकिस्तानी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 तक पाकिस्तान हर साल करीब 35 हजार टन चावल का निर्यात रूस को करता था। जिससे पाकिस्तान को करीब 40 से 45 मिलियन डॉलर की आमदनी होती थी। लेकिन, 2019 में रूस ने पाकिस्तान से चावल खरीदने पर रोक लगा दी थी। आपको बता दें कि विश्व में सबसे ज्यादा चावल निर्यातक देश भारत है और चौथे नंबर पर पाकिस्तान आता है।
किसानों को बड़ा फायदा
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के खाद्य सुरक्षा विभाग ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि 'रूस ने 11 जून 2021 से पाकिस्तानी चावल पर लगाए गये प्रतिबंध को हटा लिया है। हालांकि, शुरूआत में एनपीपीओ यानि नेशनल प्लांट प्रोटेक्शन ऑर्गेनाइजेशन ने चार पाकिस्तानी चावल कंपनियों को चावल निर्यात करने की इजाजत दी है। इन चार कंपनियों में से दो कराची में हैं, जबकि एक लाहौर और एक चिनियट में स्थित है।' रूस का ये कदम पाकिस्तान के लिए इसलिए भी बहुत बड़ी राहत की बात है क्योंकि यूरोपीयन यूनियन में भारत ने बासमती चावल पर जीआई टैग हासिल करने के लिए आवेदन कर रखा है और भारत के इस कदम से पाकिस्तान काफी गुस्से में है। पाकिस्तानी चावल व्यापारियों ने इसे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बम फोड़ने वाला कदम बताया है। पाकिस्तान मानता है कि अगर भारत को बासमती चावल पर जीआई टैग मिल जाता है तो उसका चावल कारोबार काफी ज्यादा प्रभावित होगा।
चावल में कंकड़ मिलाता था पाकिस्तान
रूस ने पाकिस्तान से चावल खरीदने के साथ साथ तिल खरीदने को भी मंजूरी दे दी है। पाकिस्तानी खाद्य सुरक्षा मंत्रालय के उप निदेशक सोहेल शहजाद पिछले एक साल से रूस से चावल पर बैन हटाने के लिए लगातार बातचीत कर रहे थे। आपको बता दें कि 2019 में रूस ने पाकिस्तानी चावल पर इसलिए प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि पाकिस्तानियों ने रूस को भेजे जाने वाले चावल में कंकड़ मिलाना शुरू कर दिया था। जिससे चावल का वजन बढ़ जाता था। पाकिस्तानियों के काइंयांपन से गुस्साए रूस ने पाकिस्तानी चावल पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे अब हटाया गया है। और इस बार पाकिस्तान ने रूस से वादा किया है कि जो भी चावल रूस भेजा जाएगा उसकी निगरानी की जाएगी। और इसके लिए पाकिस्तान ने डिपार्टमेंट ऑप इंस्पेक्शन सिस्टम बनाने का वादा किया है।
रूस-पाकिस्तान संबंध
पिछले कुछ सालों से रूस और पाकिस्तान नजदीक आ रहे हैं। इसी साल रूस के विदेश मंत्री ने इस्लामाबाद का दौरा किया था और पाकिस्तान के साथ आर्थिक संबंध बनाने का आश्वासन दिया था। इसके साथ की दोनों देशों के बीच ऊर्जा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी, रेलवे के क्षेत्र में कई करार भी हुआ था। वहीं, पिछले महीने पाकिस्तान और रूस के बीच 1100 किलोमीटर गैस पाइपलाइन के निर्माण के लिए भी एग्रीमेंट हुआ था। हालांकि, रूस ने पाकिस्तान को साफ कर दिया है कि वो डिफेंस सेक्टर में पाकिस्तान से कोई करार नहीं करेगा।
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