धार्मिक ग्रंथ को जलाए जाने के बाद स्वीडन में भड़की हिंसा, अब तक 10 लोग गिरफ्तार
स्टॉकहोम। स्वीडन में धार्मिक किताब को जलाए जाने के बाद भड़की हिंसा में अब तक 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है, फिलहाल माल्मों में हालात काबू में हैं। मालूम हो कि यहां पर स्वीडन में एक समुदाय विशेष के धार्मिक ग्रंथ को जलाने के बाद हिंसा भड़क गई, जिसके चलते कई वाहनों में आग लगा दी गई और 300 से अधिक लोग सड़क पर उतर आए और देखते ही देखते लोगों के विरोध ने विकराल रूप धारण कर लिया। मजहबी नारों के बीच लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके और सड़कों पर टायर जलाए और कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया।
गुस्साई भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े, हिंसा में कई पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं, स्वीडिश न्यूज पेपर डेली एफ्टोनब्लेडेट की रिपोर्ट्स के मुताबिक, डेनमार्क के रहने वाले एंटी मुस्लिम नेता रास्मुस पालुदान माल्मो में रैली करना चाहते थे। प्रशासन ने इसकी मंजूरी नहीं दी। इसके बाद जब पालुदान ने शहर में जबरदस्ती आने की कोशिश की तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके बाद उनके समर्थकों ने माल्मो के एक चौराहे पर कुरान की कुछ प्रतियां जलाईं थी।
पालुदान को एंटी मुस्लिम नेता माना जाता है
जिसके बाद दंगा भड़क गया। मालूम हो कि पालुदान को एंटी मुस्लिम नेता माना जाता है। पालुदान माल्मो में रैली करना चाहते थे। पुलिस और प्रशासन को आशंका थी कि अगर पालुदान को रैली की मंजूरी दी गई तो इलाके में तनाव और हिंसा फैल सकती है इसलिए पालुदान को रैली की मंजूरी नहीं दी गई थी, इससे उनके समर्थक नाराज हो गए और उन्होंने हिंसा शुरू कर दी, जिसने वृहद रूप घारण कर लिया। गौरतलब है कि स्वीडन सरकार ने डैनिश नेता पालुदान को स्वीडन में दो साल के लिए बैन कर दिया है।