Yemen: 'सऊदी गठबंधन और विद्रोहियों की लड़ाई में हो रही रोजाना 130 बच्चों की मौत' - Report
यमन भयंकर गृह युद्ध से पीड़ित है, जिस वजह से रोजाना 130 बच्चों की मौत हो रही है। अरब मुल्क यमन भयंकर गरीबी और बीमारियों से जूझ रहा है, जिसका सबसे अधिक प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है।
सना। यमन भयंकर गृह युद्ध से पीड़ित है, जिस वजह से रोजाना 130 बच्चों की मौत हो रही है। अरब मुल्क यमन भयंकर गरीबी और बीमारियों से जूझ रहा है, जिसका सबसे अधिक प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है। विश्व भर में बच्चों के लिए काम कर रहे 'सेव द चिल्ड्रन'नामक ऑर्गनाइजेशन ने गुरूवार को भयनाक आकंड़े जारी किए हैं। यमन में बंधक बनाए गए भारतीय पादरी फादर टॉम उजुनालिल को बचाया गया
इस ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, सऊदी अरब गठबंधन और यमन में शिया विद्रोहियों के बीच चल रही इस जंग में सैकड़ों बच्चें रोजाना मारे जा रहे हैं और यह लड़ाई जा रही तो इस साल के अंत तक 50,000 से ज्यादा बच्चों की मौत हो जाएगी।
हाल ही में रियाद में मिसाइल लॉन्च के बाद से सऊदी अरब ने यमन के बंदरगाह भी बंद कर दिए थे। सऊदी अरब की इस हरकत के लिए उन्हें इंटरनेशनल कम्यूनिटी से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। उसके बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन, यूएन की चिल्ड्रन एजेंसी और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने एक साथ सऊदी अरब से बंदरगाह खोलने की अपील की थी। सऊदी अरब ने रास्तों को बंद करने से मानवीय मदद के लिए भेजी जा रही सामग्री पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
यमन में सऊदी गठबंधन और हुती विद्रोहियों से 2015 से जंग चल रही है। इस गठबंधन ने यमन में अपने अभियान में भले ही कुछ हद तक कामयाबी पाई होगी, लेकिन इस मुल्क की राजधानी सना समेत उत्तरी प्रांत में विद्रोहियों का ही कब्जा है।
यमन में मार्च 2015 में शुरू हुए इस युद्ध में अब तक 10 हजार से ज्यादा निर्दोष लोगों की जान गई है और करीब 30 लाख नागरिक पलायन होने के लिए मजबूर हुए हैं। यमन अरब मुल्क का सबसे गरीब मुल्क में शुमार है, जहां भूख और बीमारियों से लोगों की जान जा रही है।
यूएन के मुताबिक, यमन में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को मदद की जरूरत है, जिसमें से एक करोड़ 10 लाख बच्चे शामिल हैं। यूएन की रिपोर्ट के अनुसार, 70 लाख बच्चे भूख से पीड़ित हैं, जिसे 'दुनिया में सबसे खतरनाक मानवीय संकट' माना जा रहा है।