भारत में निवेश करने के लिए अमेरिकी कंपनियों से आह्वान, राजनाथ सिंह ने कहा, आईये... उत्पादन कीजिए...
वॉशिंगटन, अप्रैल 12: अमेरिका के साथ 2+2 डायलॉग में शिरकत करने अमेरिका गये भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी कंपनियों को भारत की तरफ से भारत में आने और सह-विकास और सह-उत्पादन करने की अपली की है। वॉशिंगटन में भारतीय समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा है कि, यूएस-इंडिया 2 + 2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के दौरान, अमेरिका ने भारत की "आत्मनिर्भरता" की नीति पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।

राजनाथ सिंह ने क्या कहा?
भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ वॉशिंगटन दौरे पर हैं, जहां उन्होंने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की और अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता की है। राजनाथ सिंह ने कहा कि, 'जहां तक अमेरिका का सवाल है, उन्होंने 'आत्मानिर्भता' पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और बातचीत में कोई नकारात्मकता नहीं दिखी है'। उन्होंने कहा कि, 'मैंने अमेरिकी लोगों, उनकी कंपनियों, उपकरण निर्माताओं से भारत में को-डेवलपमेंट और को-प्रोडक्शन का आह्वान करते हुए भारत में उनका स्वागत किया है।'

क्या यूएस से खरीदेंगे रक्षा उपकरण?
अमेरिका द्वारा सस्ती कीमत पर रक्षा प्रणाली उपलब्ध कराने की बात पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, 'हम सस्ती कीमत पर हथियार खरीदने का लाभ तभी उठाएंगे, जब हमें इसकी आवश्यकता होगी, या अगर हम इसका उत्पादन नहीं कर सकते... हम इसे बाहर से खरीदेंगे, जब इसकी आवश्यकता होगी'। वहीं, रूसी स्पेयर पार्ट्स पर भारत की निर्भरता और रूस-यूक्रेनी संघर्ष के कारण भविष्य में भारत के सामने आने वाली समस्याओं पर बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, 'भारत सभी प्रकार की समस्याओं और चुनौतियों से उपयुक्त रूप से निपट सकता है'।

पाकिस्तान पर क्या बोले राजनाथ सिंह?
पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन पर प्रतिक्रिया देते करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि, वह नए प्रधान मंत्री (शहबाज़ शरीफ) को अपने देश में आतंकवाद को रोकने में पूरी सफलता मिलने की कामना करते हैं। आपको बता दें कि, शहबाज शरीफ के पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री बनने के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है और आतंक मुक्त वातावरण में दोनों देशों के लोगों के विकास कार्य को आगे बढ़ाने का आह्वान किया है। इस बीच, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच अमेरिका-भारत 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता सोमवार को वाशिंगटन में हुई।
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पेंटागन ने क्या कहा?
पेंटागन ने एक बयान में कहा कि, दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों ने रक्षा, विज्ञान और टेक्नोलॉजी, व्यापार, जलवायु, सार्वजनिक स्वास्थ्य और लोगों से लोगों के बीच संबंधों सहित अमेरिका-भारत साझेदारी को बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। वहीं, भारत और अमेरिका के बीच 'सैटेलाइट प्रोटेक्शन पैक्ट' पर भी समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत इंडो-पैसिफिक में चीन को रोकने के लिए अंतरिक्ष में अमेरिकी सैटेलाइट क्या कर रहे हैं, भारत उसकी सीधी जानकारी ले सकता है और अमेरिका की तरफ से ये भी कहा गया है, कि "भारत इस समझौते के तहत प्रमुख अमेरिकी रक्षा प्लेटफॉर्म से सैन्य जानकारियां हासिल कर सकता है और यह हमारे रक्षा औद्योगिक ठिकानों के बीच महत्वपूर्ण नए संबंध बना रहा है।' अमेरिका ने कहा कि, 'हम यह सब इसलिए कर रहे हैं क्योंकि अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका भारत को रक्षा उद्योग का एक लीडर मानता है और भारत की सुरक्षा की दृष्टि से अहम मानता है।