IMF चीफ के सलाहकार समूह में शामिल रघुराम राजन, बोले- कोरोना से भारत की मदद के लिए हर वक्त हूं तैयार
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी से पस्त वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी आने की आशंका के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के बाहरी सलाहकार समूह का सदस्य बनाया गया है। जॉर्जीवा ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि राजन तथा 11 अन्य अर्थशास्त्रियों को बाहरी सलाहकार समूह का सदस्य बनाया गया है। ये सलाहकार कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न संकट को लेकर उठाए जाने वाले कदमों समेत दुनियाभर में हो रहे बदलाव तथा नीतिगत मुद्दों पर अपनी राय आईएमएफ प्रमुख को देंगे।
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एक न्यूज चैनल से खास बातचीत में रघुराम राजन ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से भारत को हो रहे बड़े आर्थिक नुकसान को कम करने में मदद के लिए हमेशा साथ है। नसे जब पूछा गया कि कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक मामलों पर सहायता के लिए क्या वो भारत लौट आएंगे? इस पर उन्होंने कहा कि जवाब बिल्कुल सीधा है। अगर भारत मदद मांगता है तो मैं आने के लिए तैयार हूं। आपको बता दें कि पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पहले भी कह चुके हैं कि उनके लायक अगर कोई अवसर आता है तो वह भारत लौटने को तैयार हैं। गौरतलब है कि अपने 3 साल के RBI बैंक गवर्नर कार्यकाल को पूरा करने के बाद रघुराम राजन अब शिकागो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। रघुराम राजन का कार्यकाल सितंबर 2016 में खत्म हुआ था।
आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा कि दुनिया लगभग निश्चित रूप से एक गहरी मंदी में है। मैं उम्मीद करता हूं कि हमें अगले साल आर्थिक सुधार देखने को मिल सकता है, लेकिन ये सब आर्थिक सुधार के लिए उठाए गए कदमों पर निर्भर करेगा। जन कहते हैं, 'भारत में कठिनाइयों का पहला संकेत अक्सर विदेशी मुद्रा से मिलता है, लेकिन अब तक अन्य इमर्जिंग अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले भारत की करेंसी उतनी नहीं गिरी है। RBI काफी हद तक इसे संभालने में कामयाब रहा है। जबकि, आप जानते हैं कि ब्राजील जैसे देशों की करेंसी 25 फीसदी नीचे चली गई है. हम उस खराब स्थिति में नहीं हैं।