Video: देखिए कैसे कनाडा में एक वीडियो के जरिए उड़ाया गया भारत और भारतीय संस्कृति का मजाक
टोरंटो। रेडियो कनाडा ने एक ऐसा वीडियो रिलीज किया है जिसमें भारत और भारतीय संस्कृति का मजाक उड़ाया गया है। इस वीडियो में पिछले वर्ष कनैडियन प्राइम मिनिस्टर जस्टिर ट्रूडो की भारत यात्रा पर निशाना साधा गया है। अब रेडियो कनाडा इस वजह से मॉन्ट्रियल में भारतीय समुदाय के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। कनैडियन और फ्रेंच भाषा में आने वाले इस फ्री टू एयर टेलीविजन नेटवर्क में एक प्रकार का पैरोडी वीडियो तैयार किया है। इस वीडियो को न्यू ईयर के मौके पर रिलीज किया गया है।
वीड फूंकते और बीन बजाते ट्रूडो
बाय-बाय इस टाइटल के साथ रिलीज इस वीडियो में साल 2018 में खबरों में रहने वाले राजनेताओं और कुछ और लोगों का मजाक उड़ाया गया है। साल 2018 में पीएम ट्रूडो अपनी पहली भारत यात्रा को लेकर विवादों में रहे थे। इस वीडियो में भी उनका मजाक उड़ाया गया है।वीडियो में एक्टर जो ट्रूडो के रोल में उसे चरस फूंकते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद वह बॉलीवुड स्टाइल में डांस करने लगता है। इस एक्टर ने पूरी तरह से पारंपरिक भारतीय कपड़े पहने हुए हैं और वह एक ग्रुप के साथ डांस कर रहा है। इसके बाद ही अगले सीन में गायों को भारतीय माहौल में दिखाया गया है। इन गायों को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गोरिल्ला की ड्रेस में उन्हें हांकते दिख रहे हैं।
काफी पॉपुलर है रेडियो कनाडा की पैरोडी
इसके बाद जो भी सीन हैं वे सभी भारतीयों का अपमान करने वाले हैं। अगले सीन में एक्टर सपेरे की भूमिका में दिखता है और बीन बजाता हुआ नजर आता है। वीडियो में सांप की जगह पेट्रोल पंप लगी हुई पाइप को दिखाया गया है। रेडियो कनाडा की हर वर्ष रिलीज होने वाली पैरोडी कनाडा के क्यूबेक में काफी पॉपुलर है जहां पर फ्रेंच भाषी काफी रहते हैं। शो को हर वर्ष लाखों लोग देखते हैं। इस वीडियो को रेडियो-कनाडा के फेसबुक पेज पर एक जनवरी को पोस्ट किया गया था। तब से लेकर अब तक इसे 73,000 व्यूज मिल चुके हैं और सैंकड़ों रिएक्शन मिल चुके हैं। इस बीच ब्रॉडकास्टर ने साफ कर दिया है कि उसका भारतीय समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। यह वीडियो सिर्फ पीएम ट्रूडो की भारत यात्रा का मजाक उड़ाने के लिए था। इसके अलावा वीडियो के जरिए पीएम का भारतीय संस्कृति के लिए जो प्रेम है उसे भी सामने लाने की एक कोशिश गई थी। वहीं पीएम ट्रूडो के ऑफिस की तरफ से इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।