आरिफ अल्वी चुने गए पाकिस्तान के 13वें राष्ट्रपति
इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के फाउंडिंग मेंबर और इमरान खान के करीबियों में से एक आरिफ अल्वी को पाकिस्तान का नया राष्ट्रपति चुन लिया गया है। पाकिस्तान में हुए त्रिकोणीय राष्ट्रपित चुनाव में अल्वी ने बाजी मारते हुए नेशनल असेंबली और सीनेट के कुल 212 सदस्य ने पीटीआई कैंडिडेट को राष्ट्रपति के रूप में चुना लिया है। हालांकि, पीटीआई या पाकिस्तान मीडिया ने अभी तक आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा नहीं की है, लेकिन वहां की मीडिया के मुताबिक अल्वी ने पीपीपी के एयताज एहसान और पीएमएल-एन के कैंडिडेट मौलाना फाजी उर रहमान को हरा दिया है।
अल्वी ने ऐसे मारी बाजी
पाकिस्तान डेली 'द डान' के मुताबिक, नेशनल असेंबली और सीनेट के 430 सदस्यों ने वोटिंग में भाग लिया, जिसमें सबसे ज्यादा पीटीआई के आरिफ अल्वी को 212, पीएमएल-एन के रहमान को 131 और पीपीपी के एहसान को 81 वोट हासिल हुए हैं। बलूचिस्तान असेंबली के 60 वोटों में से अल्वी ने सबसे ज्यादा 45 वोटों पर कब्जा किया। वहीं, खैबर पख्तूनख्वा असेंबली की 109 वोटों में से 78 वोट हासिल किए हैं।
पीटीआई के फाउंडिंग मेंबर से राष्ट्रपति तक सफर
पीटीआई के फाउंडिंग मेंबर और 69 वर्षीय डैंटिस्ट अल्वी 2006 से 2013 तक पार्टी के जनरल सेक्रेटरी के रूप में काम कर चुके हैं। पाकिस्तान में 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में अल्वी ने एनए-247 (कराची) से जीत हासिल की थी। अल्वी 2013 में भी जीतकर नेशनल असेंबली पहुंचे थे। अल्वी अब ममनून हुसैन की जगह लेंगे, जिनका 8 सितंबर को कार्यकाल खत्म हो रहा है।
पीएम इमरान के करीबी हैं अल्वी
प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई का संविधान लिखने वालों में एक नाम डॉक्टर अल्वी का भी है। डॉक्टर अल्वी साल 1996 में पार्टी की सेंट्रल एग्जिक्यूटिव काउंसिल में आए और फिर इसके बाद साल 1997 में उन्हें सिंध में पार्टी का प्रेसीडेंट बना दिया गया। उन्होंने लाहौर के मॉन्टमॉरेंसी कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट्री से डेंटिस्ट की पढ़ाई पूरी की है। साल 1969 में जब पाकिस्तान में जनरल अयूब खान की सेना का शासन था, तब डॉक्टर अल्वी राजनीति में सक्रिय हो गए। उनकी पार्टी के नेताओं की मानें तो अल्वी उन चुनिंदा नेताओं में से हैं, जिन्होंने देश के लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ी है।
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