SCO समिट में पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे से की शुरुआत
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन समिट में शामिल होने के लिए चीन के तटीय शहर किंगडाओ पहुंचे हैं। समिट में पीएम मोदी ने कहा कि समिट की शुरुआत पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे से की, उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान आतंकवाद से प्रभावित सबसे बड़ा उदाहरण है, मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री घनी ने इस बाबत बड़े कदम उठाए हैं और इसके लिए उनका इस क्षेत्र में सम्मान होना चाहिए।
विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि 6 फीसदी विदेशी पर्यटक एससीओ समिट में शामिल देशों के सदस्य हैं, इसे बहुत आसानी से दोगुना किया जा सकता है। हमे अपने देशों की संस्कृति के बारे में प्रचार करने की जरूरत है, जिससे कि पर्यटकों की संख्या को बढ़ाया जा सके। हम भारत में एससीओ फूड फेस्टिवल और बुद्ध पर्व का आयोजन करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम ऐसे दौर में पहुंच चुके हैं जहां मानवीय और डिजिटल कनेक्टिविटी भूगोल की परिभाषा को बदल रही है। ऐसे में एससीओ देशों के साथ कनेक्टिविटी हमारी प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और उनके साथ हाथ मिलाया। 18वें एससीओ समिट की शुरुआत तमाम देशों के नेताओं की मौजूदगी में शुरू हो रही है, इस समिट से पहले तमाम नेताओं ने ग्रुप फोटो खिंचवाई और एक दूसरे से हाथ मिलाया।
दो दिन के दौरे पर पीएम
एससीओ समिट में सिर्फ उन्हीं देशों के नेता शामिल होंगे जो इसके सदस्य हैं। इस सेशन के बाद समापन समारोह में तमाम नेता हिस्सा लेंगे, जिसके बाद साझा प्रेस कॉफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी शाम को किंगडाओ से रवाना हो जाएंगे। आपको बता दें कि पीएम शनिवार को चीन के किंगडाओ पहुंचे थे, वह यहां दो दिन चलने वाली समिट में हिस्सा लेंगे, जिसकी अध्यक्षता चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग कर रहे हैं।
2017 में भारत बना पूर्णकालिक सदस्य
गौरतलब है कि जून 2017 के बाद यह पहली एससीओ समिट है जब पाकिस्तान और भारत को इसका पूर्णकालिक सदस्य घोषित किया गया। इस समिट के दौरान इसके सदस्य किंगडाओ घोषणापत्र में हस्ताक्षर करेंगे, साथ ही सुरक्षा, आर्थिक सहयोग सहित अहम मुद्दों पर समझौते पर हस्ताक्षर भी करेंगे। इस दौरान नेता क्षेत्रीय सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भी बातचीत करेंगे, जिससे कि आपसी सहयोग को बढ़ाया जा सके। आको बता दें कि एससीओ का गठन संघाई में 17 वर्ष पहले किया गया था, मौजूदा समय में यह सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन है, जिसमे दुनिया की 20 फीसदी डीडीपी और आधी आबादी शामिल है।
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