चीन में ज्यादा बच्चा पैदा करने का दबाव फेल! क्यों नहीं सुन रहे लोग ? जानिए
नई दिल्ली, 23 मई: चीन की सरकार निगेटिव पॉपुलेशन ग्रोथ से परेशान है। कुछ समय पहले से कोशिश थी कि जनता को डरा-धमका कर चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी के एजेंडे के मुताबिक ज्यादा बच्चा पैदा करने के लिए मजबूर करें। लेकिन, शी जिनपिंग की सरकार के सारे हथकंडे नाकाम हो चुके हैं। खासकर के कोरोना महामारी ने जनता को विरोध करने की स्थिति के लिए मजबूर कर दिया है। उनके पास यही सवाल है कि जब उन्हें अपना ही पेट भरना मुश्किल हो रहा है तो आने वाली संतानों की देखभाल वे कैसे कर पाएंगे। बता दें कि चीन की सरकार ने विवाह योग्य आबादी को जल्द से जल्द शादी के लिए दबाव बनाना शुरू किया था और कम से कम तीन बच्चे पैदा करने को कह रही थी। लेकिन, आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि यह तरकीब काम नहीं आई है।
चीन में ज्यादा बच्चा पैदा करने का दबाव फेल-रिपोर्ट
चीन ने निगेटिव पॉपुलेशन ग्रोथ को पटरी पर लाने के लिए अनेकों हथकंडे अपनाए हैं, लेकिन लगता है कि पहली बार शी जिनपिंग सरकार का दवाब वहां के नागरिकों पर बेअसर हो चुका है। प्रशासन की ओर से ज्यादा बच्चा पैदा कर सकने वाली आबादी को तरह-तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं, लेकिन जनता सरकार की सुनने को तैयार नहीं हो रही है। पहली बार ऐसा देखा जा रहा है कि कहीं न कहीं इस मोर्चे पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का सारा हथकंडा बेकार साबित हुआ है। हॉन्ग कॉन्ग पोस्ट की एक रिपोर्ट ने इस मामले में जिनपिंग सरकार की पोल खोलकर रख दी है। चीन की सरकार चाहती है कि लोग कम उम्र में शादी कर लें, ताकि कम से कम तीन बच्चे तो पैदा करें, जिससे आने वाले समय में नई आबादी बढ़ाई जा सके।
कोविड सख्ती ने विरोध के लिए किया मजबूर
रिपोर्ट के मुताबिक संभावित माता-पिता की ओर से इस फरमान का सख्त विरोध इसलिए हो रहा है, क्योंकि वह जब सख्त क्वारंटीन और लॉकडाउन की वजह से अपने ही जीवन को आर्थिक रूप से नहीं संभाल पा रहे हैं तो इस स्थिति में होने वाले बच्चों के भविष्य को कैसे सुरक्षित कर सकते हैं। दरअसल, चीन के नागरिकों की निराशा इस वजह से चरम पर पहुंच चुकी है कि वह घरों में बंद रहने को मजबूर हैं, खाने-पीने की चीजें नहीं मिल पा रही हैं, आमदनी का कोई भरोसा नहीं रहा, कीमतें आसमान को छू रही हैं और ऊपर से स्वास्थ्य पर संकट अलग मंडरा रहा है।
चीन सरकार को भी हुआ हालात का अंदाजा
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब चीन की सरकार को भी यह स्थिति महसूस होने लगी है कि ज्यादा लोग ज्यादा बच्चा पैदा करने के सरकारी दबाव के खिलाफ उबलने लगे हैं और वह इस फरमान पर अमल करने के लिए हरगिज तैयार नहीं होंगे। शायद हो सकता है कि इस वजह से चीन की सरकार फिलहाल इस मामले में ज्यादा सख्ती दिखाने से परहेज करना शुरू कर दे। कम से कम मौजूदा हालात में तो वह इसपर ज्यादा जोर नहीं ही देना चाहेगी।
6 वर्षों में विवाह की संख्या में 41% की गिरावट
चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक 2013 से 2019 के 6 वर्षों के दौरान चीन में विवाहों की संख्या में 41 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। मसलन, पिछले साल ही दुनिया की सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले में देश में शादियों के लिए सिर्फ 76 लाख जोड़ों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। चीन के इतिहास में ऐसा 36 साल बाद हुआ है। यह जानकारी अगर सामने आई है, तो अंजादा नहीं लगाया जा सकता कि वहां की जमीनी हालात कितने खराब हो चुके हैं।
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जन्म दर 7.5 तक गिरा
यही वजह है कि चीन में जन्म दर गिरकर प्रति 1000 लोगों में सिर्फ 7.5 रह गया है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन के 9 प्रांतों और क्षेत्रों ने निगेटिव पॉपुलेश ग्रोथ दर्ज किया है। चीन की संभावित आबादी आज की तारीख में 1 अरब 44 करोड़ को पार कर चुकी है, लेकिन यह जितनी तेजी से घटती जा रही है, उससे आने वाले दशकों में युवा आबादी को लेकर जिनपिंग सरकार में हड़कंप मचा हुआ है।