राष्ट्रपति चुनाव 2020: करिश्मा दोहराने के लिए डोनाल्ड ट्रंप के पास शेष हैं सिर्फ 100 दिन
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 की रेस शुरू हो गई है और मतदान के लिए अब सिर्फ 100 दिन शेष रह गए हैं, लेकिन दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चुना जा पाना एक टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। हालिया अमेरिका में पैदा हुए अंशातिपूर्ण माहौल और हिंसात्मक प्रदर्शनों ने हवा के रूख को बदला है और सप्ताह के अंत में कुछ राज्यों और शहरी क्षेत्रों में डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के बीच जमकर शक्ति प्रदर्शन हुए हैं।
राष्ट्रपति ट्रम्प डेमोक्रेट शासन वाली पोर्टलैंड, सिएटल, शिकागो, बाल्टीमोर, और फिलाडेल्फिया सहित कई शहरी समुदायों में जोरदार तरीके से कैंपेन कर रहे है और सरकारी कार्यान्वयन कार्य पर जोर दे रहे हैं, जहां जार्ज फ्लाएड की मौत के बाद ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन शुरू हुआ था, जो कि अब ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ एक व्यापक आंदोलन में बदल चुका है।
वहीं, ट्रम्प और उनके समर्थक प्रदर्शनकारियों को एंटीफा रेडिकल और आतंकवादी के रूप में चिन्हित कर रहे हैं और उन्हें अमेरिकी की ऐतिहासिक शांति और सामाजिक समरसता को नष्ट करने वाला करार दे रहे हैं। अमेरिका में हिंसात्मक प्रदर्शन की कुछ गंभीर झड़पें पोर्टलैंड, ओरेगन और सिएटल, वाशिंगटन में हुए थे, जहां पश्चिमी तट पर स्थित व्हाइट मेजोरिटी वाले डेमोक्रेटिक शहरों में एक क्रूर कार्रवाई की कोशिश हुई थी।
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अमेरिका में यह सब तब हो रहा था जब वह महामारी से उत्पन्न अभूतपूर्व सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट से गुजर रहा था और अब वह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप के खिलाफ एक प्रतिशोध के साथ लौट रहा है। इसके अलावा संकट में ट्रम्प प्रशासन की ओर से की गई शर्मनाक प्रतिक्रियाओं ने भी लोगों को नाराज किया है। अमेरिका में पिछले पांच दिनों से प्रत्येक दिन 1000 लोगों की मौत हो रही है।
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कुछ सर्वेक्षणों में सुझाया गया है कि रिपब्लिकन पार्टी सीनेट हारने जा रही है। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव को डेमोक्रेट नियंत्रण करती है और व्हाइट हाउस ट्राइफेक्टा रूट के लिए खोने के लिए तैयार है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके सहयोगियों ने ऐसे सर्वेक्षणों को चुनौती देते हुए उन्हें फर्जी करार दिया है।
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