ग्रेटा को 'टाइम पर्सन ऑफ द ईयर' चुने जाने पर भड़के ट्रंप, कहा- गुस्से पर काबू रखना सीखो
नई दिल्ली। ईर्ष्या एक भयानक चीज होती है। आजकल इसका शिकार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हो रहे हैं। 16 साल की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के टाइम पर्सन ऑफ द ईयर चुने जाने के बाद ट्रंप ने उनकी आलोचना की है। जहां ग्रेटा को टाइम के 'पर्सन ऑफ द ईयर' चुने जाने के बाद दुनियाभर से बधाइयां मिलीं, वहीं दूसरी ओर विश्व के ताकतवर नेताओं में शुमार अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को ग्रेटा को गुस्से पर काबू रखने की नसीहत तक दे डाली।
गुरुवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर लिखा कि, बेहद हास्यास्पद। ग्रेटा को अपने ऐंगर मैनेजमेंट की समस्या पर काम करना चाहिए, इसके बाद उन्हें अपने एक दोस्त के साथ अच्छी ओल्ड फैशन्ड फिल्म देखने चाहिए। शांत हो जाओ ग्रेटा, शांत। बता दें कि, ग्रेटा थनबर्ग की कई बार दुनिया के बड़े नेताओं से बहस भी हो चुकी है। उनके भाषण को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी तंज कसा था।
क्लाइमेट चेंज के मुद्दे पर अपनी बुलंद आवाज़ से दुनिया को हिला देने वाली 16 वर्षीय स्वीडिश एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग को टाइम पत्रिका ने 2019 की सबसे प्रभावशाली शख्सियत के तौर पर अपने कवर पेज पर जगह दी है। ग्रेटा सितंबर में उस वक्त चर्चा में आई थीं जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में दुनियाभर के शक्तिशाली नेताओं पर ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन से निपटने में नाकाम रहने और इस तरह नई पीढ़ी से विश्वासघात करने का आरोप लगाया था।
टाइम के द्वारा ये सम्मान दिए जाने के बाद ग्रेटा थनबर्ग ने कहा, हम सिर्फ ये नहीं कह कर जी सकते हैं कि कोई कल नहीं है, क्योंकि कल है। हम यही कह रहे हैं। ग्रेटा पहली बार मीडिया की सुर्खियां में मार्च 2018 में आई थी। उस वक्त उनकी उम्र महज 15 वर्ष थी। पर्यावरण पर जागरुकता फैलाने के मकसद से उन्होंने स्कूल में हड़ताल का आह्वान किया था। उनके इस आह्वान पर दुनिया के 105 देशों में स्कूली बच्चों ने सड़कों पर उतरकर पर्यावरण के मुद्दे पर प्रदर्शन किया था।
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