माइनस 14 डिग्री तापमान के बीच बर्फीले पुल में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लगाई डुबकी, ये है वजह
Russia Hindi News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) उम्र ज्यादा होने के बावजूद भी पूरी तरह से फिट हैं। अपनी फिटनेस के अलावा वो धार्मिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। एक ताकतवर देश का राष्ट्रपति होने के बावजूद उनके हैरतअंगेज कारनामे दुनियाभर में मशहूर हैं। हाल ही में उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट की, जिसको देखकर सभी हैरान रह गए।
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बर्फीले पुल में लगाई डुबकी
दरअसल रूस में जबरदस्त ठंड पड़ती है। अभी रूस की राजधानी मॉस्को में पारा माइनस में चल रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर पुतिन ने दो फोटो शेयर किए, जिसमें वो पुल में जाते हैं और उसमें डुबकियां लगाते हैं। पुतिन ने जब डुबकी लगाई तो उस वक्त वहां का पारा माइनस 14 डिग्री सेल्सियस था। एक अंडरगर्मेंट को छोड़ उनके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। साथ ही पुल के चारों ओर बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई थी। इस वीडियो को देख सोशल मीडिया यूजर्स हैरान रह गए। साथ ही सभी के मन में ये सवाल उठा कि आखिर पुतिन ने ऐसा क्यों किया।
ऑर्थोडॉक्स अनुष्ठान में हुए शामिल
वैसे तो पुतिन कम्युनिस्ट शासन में पले-बढ़े, लेकिन उनका धर्म के प्रति काफी झुकाव है। ईसाई धर्म में एक ऑर्थोडॉक्स नाम का अनुष्ठान है। जिस दिन इस धर्म को मानने वाले लोग नदी या झील में डुबकी लगाते हैं। इस दौरान वो अपने आराध्य ईसा मसीह को याद करते हैं। इसी परंपरा का पालन करते हुए पुतिन ने भी पुल में तीन डुबकियां लगाईं। वहीं पुल के सामने ईसाई धर्म का पवित्र चिह्न भी बना हुआ था। 68 साल के पुतिन का ये हैरतअंगेज कारनाम देख सभी हैरान हैं।
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खुफिया एजेंसी में कर चुके हैं काम
पुतिन ने 16 साल तक सोवियत संघ की खुफिया एजेंसी केजीबी में अधिकारी के रूप में सेवाएं दी, जहां वे लेफ्टिनेंट कर्नल के पद तक पदोन्नत हुए। 1991 में रिटायर होने के बाद वो राजनीति में आए। पुतिन आमतौर पर जंगलों की सैर पर निकल जाते हैं और वहां पर कई खुंखार जानवरों के साथ फोटो भी खिंचवा चुके हैं। कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल वो कम सक्रिय रहे। इस बीच उनकी बेटी रूस में निर्मित स्वदेशी वैक्सीन 'स्पुतनिक V' के ट्रायल का हिस्सा बनीं। उम्र ज्यादा होने की वजह से पुतिन ट्रायल में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन अब उन्होंने वैक्सीन लेने के लिए हामी भर दी है।
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