डोनाल्ड ट्रंप ने किया ऐलान आ रही है अमेरिका की स्पेस फोर्स, साल 2020 तक होगी मिलिट्री का नया हिस्सा
गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसी योजना का ऐलान किया है, जिसके बारे में अभी तक किसी ने भी नहीं सोचा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐलान किया है कि साल 2020 तक वह छठवीं मिलिट्री ब्रांच के तौर पर नई स्पेस फोर्स यानी अंतरिक्ष सेना का गठन करेंगे।
वॉशिंगटन। गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसी योजना का ऐलान किया है, जिसके बारे में अभी तक किसी ने भी नहीं सोचा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐलान किया है कि साल 2020 तक वह छठवीं मिलिट्री ब्रांच के तौर पर नई स्पेस फोर्स यानी अंतरिक्ष सेना का गठन करेंगे। हालांकि ट्रंप की इस योजना को विपक्षियों के विरोध का सामना करना पड़ेगा। उनके इस प्रस्ताव पर अमेरिकी कांग्रेस में भी मतभेद हैं। दन दोनों वजहों से ट्रंप को अपनी इस योजना को पूरा करने के लिए कड़े संघर्ष से गुजरना होगा।
बुधवार को ट्रंप का ऐलान
ट्रंप ने गुरुवार को स्पेस पर आधारित मिलिट्री सर्विस पर गंभीरता के साथ अपने विचार साझा किए हैं। इस ब्रांच को वह अमेरिकी एयरफोर्स और आर्मी के बराबर ही दर्जा देना चाहते हैं। ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के दौरान भी स्पेस फोर्स को अपना एक सपना बताया था। गुरुवार को साल 2020 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए भेजे गए ई-मेल में ट्रंप ने अपने सपोर्ट्स से उनके फेवरिट स्पेस फोर्स लोगों के लिए वोट करने को कहा है कि जिसे ट्रंप के कैंपेन मर्चेंडास के तौर पर प्रयोग किया जाएगा। इसमें लोगों को छह विकल्पों में से किसी एक विकल्प को चुनने को कहा गया है।
शांति के लिए ताकतवर होना जरूरी
उप-राष्ट्रपति माइक पेंस ने अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन में अपने संबोधन में स्पेस फोर्स को एक ऐसे आइडिया के तौर पर बताया जिसके लिए अब समय आ चुका है। उन्होंने कहा, 'अमेरिका हमेशा पृथ्वी की ही तरह अंतरिक्ष में भी शांति चाहता है। लेकिन इतिहास ने साबित किया है कि शांति सिर्फ शक्ति से ही आती है और अपने बाहरी हिस्से को सुरक्षित करने के लिए अमेरिकी स्पेस फोर्सेज को आने वाले वर्षों में ताकतवर बनाया जाएगा।' उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका कांग्रेस को डिपार्टमेंट के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए काम करना होगा। वहीं ट्रंप ने ट्वीट किया, 'स्पेस फोर्स आ रही है।'
कैसी होगी अमेरिका की स्पेस फोर्स
स्पेस फोर्स का कॉन्सेप्ट पहली बार साल 2000 में प्रस्तावित किया गया था। इस वर्ष जून में डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से इस फोर्स के गठन का आइडिया सबके सामने रखा था। स्पेस फोर्स अमेरिकी मिलिट्री की नई ब्रांच होगी। यूएस आर्मी, एयरफोर्स, नेवी, मरीन कोर और कोस्ट गार्ड के बाद यह छठीं सेना होगी। प्लान के मुताबिक स्पेस फोर्स की तीन यूनिट्स होंगी। पहली यूनिट होगी स्पेस कमांड को एक फोर स्टार जनरल लीड करेंगे और वह खास ऑपरेशंस पर नजर रखेंगे। स्पेस डेवलपमेंट एजेंसी नई टेक्नोलॉजी का पता लगाएगी और उसे डेवलप करने का काम करेगी। इसमें तीसरी यूनिट होगी स्पेस ऑपरेशंस फोर्स जो लीडर्स और फाइटर्स के साथ मिलकर तैयार होगी और उनके अनुभवों के आधार पर खास ऑपरेशन तैयार किए जाएंगे।
हर पल रहेगी मुस्तैद
वर्तमान समय में यूएस एयरफोर्स स्पेस कमांड, अंतरिक्ष और एयरफोर्स साइबर वॉरफेयर पर नजर रखती है। इसमें 38,000 पर्सनल और 185 मिलिट्री सैटेलाइट ऑपरेट होते हैं। इस डिविजन को स्पेस फोर्स के तहत ही लाया जाएगा। सैटेलाइट का प्रयोग करके स्पेस फोर्स कम्यूनिकेशन, नेविगेशन और इंटेलीजेंस को ताकवर बनाकर मिलिट्री की बाकी ब्रांच की मदद करेगी। इसके अलावा यह फोर्स इस तरह की इंटेलीजेंस भी सेनाओं को मुहैया कराएगी जो किसी भी तरह के मिसाइल या फिर साइबर वॉरफेयर को जो अमेरिका के सैटेलाइट्स को निशाना बनाने की मंशा रखते हैं, उनके बारे में भी जानकारी देगी।