UK-India week 2018: ब्रिटेन के मंत्री बोले भारत के साथ साझेदारी ग्लोबल इकॉनमी के लिए बेहतर
सोमवार को लंदन के द ताज होटल में पहले यूके-इंडिया वीक की शुरुआत हुई है। इस कार्यक्रम का मकसद ब्रेग्जिट के बाद भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों के जरिए ग्लोबल इकोनॉमी को नया आकार प्रदान करना है।
लंदन। सोमवार को लंदन के द ताज होटल में पहले यूके-इंडिया वीक की शुरुआत हुई है। इस कार्यक्रम का मकसद ब्रेग्जिट के बाद भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों के जरिए ग्लोबल इकोनॉमी को नया आकार प्रदान करना है। ब्रिटेन के मंत्री लियाम फॉक्स जो इस वर्ष भारत की यात्रा पर आने वाले हैं, उन्होंने भारत को यूके के साथियों और आर्थिक साझेदारों के बीच सबसे अहम करार दिया है। फॉक्स अगली यूके-इंडिया ज्वाइॅन्ट ट्रेड कमेटी (जेटको) के लिए भारत आएंगे।
यूके-भारत दुनिया को देंगे नई दिशा
कंजरवेटिव पार्टी के सीनियर लीडर फॉक्स के मुताबिक भारत और यूके दोनों ही एक नए भविष्य की तरफ देख रहे हैं। दोनों ही देश एक ऐसी आर्थिक साझेदारी की महत्वाकांक्षा के लिए आगे बढ़ रहे हैं जो दुनिया की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकती है। उन्होंने कहा कि जब ब्रिटेन यूरोपियन यूनियन (ईयू) से बाहर निकलेगा तो दोनों देशों के लिए एक ऐसा मौका होगा जो इस साझेदारी को आगे बढ़ाएगा। व्यापार के क्षेत्र में नए मौके होंग और बाधाएं कम हो सकेंगी। फॉक्स, यूके के डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड (डीआईटी) के मुखिया हैं।
सोमवार को हुए कार्यक्रम में '100 मोस्ट इन्फ्लुएंशियल इन यूके-इंडिया रिलेशंस' के दूसरे संस्करण को भी लॉन्च किया गया। इस मौके पर बिजनेस, राजनीति, कला और संस्कृति के क्षेत्र से जुड़े चुनिंदा लोगों को इसमें कवर किया गया है जिन्होंने दोनों देशों के रिश्तों को आगे बढ़ाने में एक अहम भूमिका अदा की है। इंडिया इंक के सीईओ और फाउंडर मनोज लाडवा ने इस मौके पर कहा, 'एक साथ इन सभी चेंजमेकर्स ने भारत और यूके के बीच एक पुल का काम किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा इस बात को प्रोत्साहित किया है।'