पोप फ्रांसिस करेंगे एतिहासिक UAE का दौरा, मुस्लिम-ईसाई समुदाय को देंगे शांति का संदेश
वेटिकन सिटी। पोप फ्रांसिस फरवरी में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की एक इंटरफेथ बैठक में भाग लेने के लिए ऐतिहासिक यात्रा करने जा रहे हैं। एक मुस्लिम राष्ट्र के रूप में पोप की यह नई यात्रा होगी, जहां वे 3 से 5 फरवरी तक अबु धाबी में रहेंगे। वेटिकन ने कहा कि पोप ने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान और कैथोलिक समुदाय से निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
वेटिकन के प्रवक्ता ग्रेग बर्क ने कहा, 'मिस्र की तरह यह यात्रा एक इंटर रिलिजन डायलॉग होगी। इससे पहले पोप फ्रांसिस लेबनान और मिस्र जैसे अरब देशों की यात्रा कर चुके हैं। लेकिन चर्च के एक सुप्रीम लीडर के रूप में पोप की यह पहली खाड़ी देश की यात्रा होगी।
पोप की इस यात्रा का थीम 'शांति' है। इस दौरान मुस्लिम-ईसाई समुदाय के बीच आपसी संवाद और शांति को लेकर एक पोप एक अहम भाषण भी दे सकते हैं। 81 वर्षीय फ्रांसिस पनामा से घर लौटने के एक सप्ताह बाद ही यात्रा करने जा रहे हैं।
2016 में संयुक्त अरब अमीरात के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाड़ी देश में रहने वाले विभिन्न संप्रदायों के लगभग 9,00,000 ईसाई हैं। फिलीपींस और भारत के कई प्रवासी श्रमिक भी कैथोलिक के रूप में पहचाने जाते हैं। बता दें कि अगले साल मार्च में पोप फ्रांसिस मोरक्को और जापान का दौरा भी कर सकते हैं।