ब्रिटेन से आई चिंताजनक रिपोर्ट, सीवेज के नमूनों में मिला पोलियो का वायरस
ब्रिटेन के हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी का मानना है कि वायरस "वैक्सीन-व्युत्पन्न" था
लंदन,23 जून: पोलियो का वायरस एक बार फिर डरा रहा है। यूनाइटेड किंगडम सीवेज के नमूनों में पाया गया पोलियो वायरस अब चींता का विषय बन गया है। अधिकारियो ने कहा है कि जोखिम "बेहद कम"है, ये भी बताया कि वायरस का पता सीवेज के नमूनों से चला है फिल हाल कोई चींता की बात नहीं है। अभी तक किसी भी मामले की सूचना नहीं मिली है
ब्रिटेन में बुधवार को स्वास्थ्य अधिकारियो ने चेतावनी दी की सभी माता-पिता अपने बच्चो को पोलियो के खिलाफ टीका लगवा लें। ब्रिटेन के हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी का मानना है कि वायरस "वैक्सीन-व्युत्पन्न" था,जिसका मतलब है कि कोई व्यक्ति जिसने विदेश में पोलियो की वैक्सीन ली थी तब लंदन के नज़दिक से जुड़े व्यक्तियों को वायरस पारित कर दिया होगा,जिन्होंने वायरस को अपने मल में बहा दिया था।2003 में यूके में पोलियो अधिकारिक रुप से समाप्त हो गया था। 2004 में लाइव ओरल पोलियो वैक्सीन का उपयोग करना बंद कर दिया और एक निष्क्रिय संस्करण में बदल गया।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का क्या कहना है?
महामारी विज्ञानी डॉ वैनेसा सलिबा ने कहा- यूके की अधिकांश जनसंख्या को बचपन में टीकाकरण से बचाया जाएगा पर कम कवरेज वाले समुदायो में जोखिम अधिक है। वायरस के फैलने का खतरा अधिक उन इलाको में जहां वैक्सीन कम लगी है। ऐसे समुदायो की जांच की जा रही है। एहतियात के रुप में और भी मामलो की जांच की जा रही है जिसके लिए "राष्ट्रीय घटना" स्थापित की है।
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स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने कहा- इस खबर को लेकर परेशान नहीं होना है ।पोलियो का टीका ब्रिटेन में छोटे बच्चों को संयोजन टीके के हिस्से के रूप में दिया जाता है।इसे 3 साल की उम्र में और 14 साल की उम्र में बूस्टर के रूप में फिर से दिया जाता है। ब्रिटेन में प्राकृतिक पोलियो का मामला 1984 को आया था।