PoK की यूनिवर्सिटी का अजीबोगरीब फरमान, छात्राओं के लिपस्टिक लगाने पर बैन
नई दिल्ली। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के विश्वविद्यालय में अजीबोगरीब फरमान जारी किया गया है। यहां एक विश्वविद्यालय में छात्राओं के लिपस्टिक लगाकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। विश्वविद्यालय की ओर इस बाबत बकायदा एक फरमान जारी किया गया है, जिसमे कहा गया है कि अगर छात्राएं लिपस्टिक लगाकर आती हैं तो उन्हें जुर्माना देना पड़ेगा। विश्वविद्यालय के इस तुगलकी फरमान की आलोचना हो रही है। पाकिस्तान की वरिष्ठ पत्रकार नायला इनायत ने भी इस फैसले के खिलाफ ट्वीट करके प्रशासन पर चुटकी ली है।
100 रुपए का जुर्माना देना होगा
विश्वविद्यालय की ओर से जो नोटिस जारी की गई है उसमे कहा गया है कि अगर लड़कियां कैंपस में लिपस्टिक लगाकर आती हैं तो उन्हें जुर्माना देना पड़ेगा। लिपस्टिक लगाकर कैंपस आने वाली छात्राओं को 100 रुपए का जुर्माना देना होगा। यह नोटिस विश्वविद्यालय के कॉर्डिनेटर की ओर से जारी किया गया है, जिसमे उनके हस्ताक्षर हैं। प्रशासन के इस फैसले का लोग मजाक उड़ा रहे हैं और फैसले पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। बता दें कि यह विश्वविद्यालय मुजफ्फराबाद में स्थिक है, जिसका नाम इंस्टिट्यूट ऑफ एजूकेशन, द यूनिवर्सिटी ऑफ आजाद जम्मू एंड कश्मीर है।
एक साथ घूमने पर प्रतिबंध
यह पहला मौका नहीं है जब विश्वविद्यालय की ओर से इस तरह का अजीबोगरीब फरमान जारी किया गया है। इससे पहले भी इस तरह के फैसले जारी किए जा चुके हैं। पिछले वर्ष सितंबर माह में खैबरपख्तूनवा के चरसड्डा जिले में बाचा खान विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र और छात्राओं के एक साथ घूमने पर प्रतिबंध लगाया गया था। विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया था कि अगर लड़का-लड़की साथ में घूमते हुए देखे गए तो इसकी शिकायत उनके माता-पिता से की जाएगी और उन्हें जुर्माना देना पड़ेगा।
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6 इंच की दूरी बनाकर चलें
वर्ष 2018 में इस तरह का एक फैसला लिया गया था। पाक के एक विश्वविद्यालय में छात्र और छात्राओं को एक दूसरे से छह इंच की दूरी बनाकर चलने के लिए कहा गया था। यह मामला बाहरिया विश्वविद्यालय का था, जब प्रशासन की ओर से आदेश जारी किया गया था कि छात्र और छात्राएं एक दूसरे से 6 इंच की दूरी बनाकर चलें। नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कही गई थी। यह फैसला कराची, लाहौर और इस्लामाबाद के विश्वविद्यालय के लिए जारी किया गया था।