इमरान सरकार PoK में भेज रही इस्तेमाल हुई PPE किट, पान और गुटके के निशान ने खोली पोल
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने दुनियाभर में 49 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। पाकिस्तान भी इससे बुरी तरह प्रभावित है। इसके बावजूद पाक स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के बजाए आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। अब मुजफ्फराबाद के शेख खलीफा बिन जैद संयुक्त सैन्य अस्पताल के डॉक्टरों ने इमरान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पहले से प्रयोग हुए पीपीई किट्स को अस्पताल में दोबारा भेजने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान में पीपीई किट की भारी कमी है, जिस वजह से कई बार डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज करने से इनकार कर दिया है।
मामले में मुजफ्फाराबाद के डॉक्टरों ने ट्वीट करते हुए बताया कि PoK में रावलपिंडी सैन्य अस्पताल की ओर से तीन लाख पीपीई किट भेजी गई थी। इन किट में कई तरह के दाग थे। जिससे पता चला की सभी किट का पहले प्रयोग हो चुका है। वहीं जो मास्क मिले हैं, उस पर भी कई तरह के दाग थे। अस्पताल प्रशासन ने जब इसकी जांच करवाई, तब जाकर पता चला कि वो पान और गुटके के निशान हैं। उन्होंने बताया कि प्रोटोकॉल के मुताबिक सभी किट्स को नष्ट कर दिया गया है, ताकी संक्रमण ना फैले। इससे पहले उन्हें चीन में बनी नकली परीक्षण मशीनें मिली थीं।
कोरोना संकट: आंध्र प्रदेश सरकार पर सवाल उठाने वाला डॉक्टर मेंटल अस्पताल में क्यों
पाकिस्तान
में
45
हजार
मामले
आपको
बता
दें
कि
पाकिस्तान
में
कोरोना
के
45
हजार
से
ज्यादा
मामले
सामने
आ
चुके
हैं।
जिसमें
से
985
लोगों
की
मौत
हुई
है,
जबकि
13
हजार
लोग
ठीक
हो
चुके
हैं।
इमरान
खान
सरकार
पर
लगातार
कम
टेस्टिंग
के
आरोप
लग
रहे
हैं।
इस
बीच
पीओके
में
133
और
गिलगिट
बाल्टिस्तान
में
556
मामले
दर्ज
किए
गए
हैं।
पाकिस्तान
सरकार
इससे
पहले
गिलगित
बाल्टिस्तान
के
साथ
भी
कोरोना
को
लेकर
पक्षपात
रवैया
अपना
चुकी
है।