पीएम मोदी ने कहा दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है आईएसआईएस
न्यूयॉर्क। शुक्रवार को यूनाइटेड नेशंस की 70वीं जनरल एसेंबली में अपनी स्पीच के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने जॉर्डन के सुल्तान शाह अब्दुल्ला से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने कहा कि इराक और सीरिया पर अपना कब्जा कर चुका आईएसआईएस इस समय दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
पीएम मोदी ने भले ही अपने भाषण में आतंकवाद पर बात न की हो लेकिन न्यूयॉर्क से उन्होंने अंतराष्ट्रीय समुदाय से इस पर अपनी चिंताएं और इसके खतरों को जरूर अवगत करा दिया है।
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पीएम नरेंद्र मोदी ने माना कि वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने आईएसआईएस सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद को धर्म से अलग करने की जरूरत है।
पीएम मोदी की सुल्तान के साथ मीटिंग के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि मोदी ने इस दौरान युवाओं को कट्टरपंथ से बचाने और कट्टरपंथी संदेशों पर प्रतिक्रिया करने के तरीकों पर विचार किया।
स्वरूप ने कहा, दोनों नेताओं ने -इस बात को माना कि आईएसआईएस अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद को मजहब से अलग करने की जरूरत है। मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और आईएस जैसे संगठनों के खतरे से निपटने के लिए वैश्विक कार्रवाई करने की जरूरत है। आईएस को आईएसआईएस भी कहा जाता है।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर लंबे समय से लंबित एक व्यापक सम्मेलन के प्रस्ताव का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर एक सुर में बोले और इस वैश्विक प्रस्ताव को स्वीकार करे। मोदी और शाह अब्दुल्ला ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के बारे में विमर्श किया।