फिलिस्तीन दौरे के बाद पीएम मोदी जॉर्डन के लिए हुए रवाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिलिस्तीन से अपने पश्चिम एशिया दौरे का आगाज करेंगे। पीएम मोदी फिलिस्तीन जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। फिलिस्तीन पहुंचने से पहले पीएम मोदी जॉर्डन में रुके और यहां पर राजधानी अम्मान में सुल्तान अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की।
रामल्लाह। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलिस्तीन दौरा खत्म कर फिर से जॉर्डन के लिए रवाना हो गए हुए हैं। इससे पहले पीएम मोदी जॉर्डन की राजधानी अम्मान से फिलिस्तीन पहुंचे थे। नरेंद्र मोदी फिलिस्तीन जाने वाले वह देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। रामाल्लाह पहुंचकर पीएम मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्बास से मुलाकात की थी। इससे पहले पीएम मोदी पीएम मोदी जॉर्डन में रुके और यहां पर राजधानी अम्मान में सुल्तान अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की।
राष्ट्रपति
ने
किया
सम्मानित
पीएम
मोदी
को
फिलीस्तीन
में
गार्ड
ऑफ
ऑनर
दिया
गया
है
और
उन्होंने
यहां
पर
यासिर
अराफात
को
श्रद्धांजलि
अर्पित
की।
इसके
बाद
पीएम
मोदी
फिलीस्तीन
के
राष्ट्रपति
भवन
पहुंचे,
जहां
राष्ट्रपति
महमूद
अब्बास
ने
उनका
औपचारिक
स्वागत
किया।
राष्ट्रपति
भवन
में
पीएम
मोदी
को
गार्ड
ऑफ
ऑनर
दिया
गयावहीं
इससे
पहले
पीएम
मोदी
ने
रामल्लाह
पहुंचते
ही
अरबी
भाषा
में
ट्वीट
किया।
उन्होंने
अपने
ट्वीट
में
लिखा
कि
फिलिस्तीन
की
इस
ऐतिहासिक
यात्रा
से
दोनों
देशों
के
बीच
सहयोग
मजबूत
होगा।
राष्ट्रपति
अब्बास
ने
पीएम
मोदी
को
फिलिस्तीन
का
सर्वोच्च
नागरिक
सम्मान
ग्रैंड
कॉलर
देकर
उन्हें
सम्मानित
किया।
The commendation reads “In recognition of his wise leadership and his lofty national and international stature, and in appreciation of his efforts to promote the historic relations between the State of Palestine and the Republic of India...’’ pic.twitter.com/C4pD3APfc3
— PMO India (@PMOIndia) February 10, 2018
शांति प्रक्रिया पर होगी बात
रामल्लाह में पीएम मोदी, राष्ट्रपति अब्बास के साथ इजरायल-फिलीस्तीन शांति प्रक्रिया पर बातचीत करेंगे। फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास की मानें तो भारत, इजरायल के साथ शांति प्रक्रिया में भारत एक अहम रोल अदा कर सकता है। उन्होंने बताया, 'पीएम मोदी के साथ हाल ही में कुछ घटनाक्रमों और शांति प्रक्रिया से जुड़े खास घटनाक्रमों पर बात करेंगे। इसके अलावा उनके साथ द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय हालातों पर भी चर्चा की जाएगी। उनका मानना है कि भारत क्षेत्र में शांति बढ़ाने में सहयोग दे सकता है और साथ ही कई आर्थिक पहलूओं को भी मजबूत कर सकता है।'
अराफात को देंगे श्रद्धांजलि
रामल्लाह में पीएम मोदी फिलिस्तीन के दिवंगत नेता यासिर अराफात पर बनाए गए अराफात म्यूजियम में जाएंगे और अराफात को श्रद्धांजलि देंगे। इसके अलावा वह महमूद अब्बास के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और इसके बाद दोनों नेता लंच करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी रामल्लाह की कुछ और जगहों का दौरा भी कर सकते हैं।
इजरायल के साथ करीबी का फिलिस्तीन को फायदा
पीएम मोदी पिछले वर्ष जुलाई में इजरायल गए थे और उस समय भी वह देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने इजरायल का दौरा किया था। फिलीस्तीन लिब्रेशन ऑर्गनाइजेशन के नेता अहमद मजदालानी का कहना है कि इजरायल के साथ भारत के बढ़ते संबंध दरअसल फिलिस्तीन के लिए फायदेमंद हैं। वह कहते हैं कि इन संबंधों का एक सकारात्मक पहलू यह है कि भारत, इजरायल पर फिलिस्तीन के पक्ष में कोई फैसला लेने के लिए दबाव डाल सकता है।
भारत का रुख फिलिस्तीन पर एकदम साफ
भारत पहला गैर-अरब देश है जिसने फिलीस्तीन को मान्यता दी है और उनके साथ कूटनीतिक संबंध बनाए हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि पीएम मोदी की इस यात्रा से भारत सरकार की ओर से इजरायल-फिलिस्तीन संबंधों पर रुख साफ किया गया है। दोनों देशों के साथ भारत के संबंध 'स्वतंत्र' और 'विशेष' हैं। भारत का साफ संदेश है कि इजरायल-फिलिस्तीनआपस के झगड़े मिलकर बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के सुलझाएं।