अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक पेंस के साथ मुलाकात में पीएम मोदी ने किया पाकिस्तान और आतंकी हाफिज सईद का जिक्र
सिंगापुर। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर में अमेरिका के उप-राष्ट्रपति माइक पेंस से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच जहां आपसी हितों से जुड़े कई मसलों पर चर्चा हुई तो वहीं पीएम मोदी ने पाकिस्तान की तरफ से जारी आतंकवाद का मसला भी मुलाकात में उठाया। विदेश सचिव विजय गोखले की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने उप-राष्ट्रपति माइक पेंस को याद दिलाया कि 'एक या दूसरे विकल्पों के बाद दुनिया में जारी आतंकवाद से जुड़े सभी रास्ते एक ही जगह पर जाते हैं जहां पर इसकी उत्पत्ति हुई है।' यह भी पढ़ें- अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक पेंस से बोले पीएम मोदी, अमेरिकी कंपनियों के पास भारत में रक्षा उपकरण तैयार करने का बड़ा मौका
हाफिज सईद पाक में आजाद
पीएम मोदी ने माइक पेंस के सामने इस बात को लेकर भी खासी चिंता जाहिर की आज तक मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमांइड आतंकी हाफिज सईद पाकिस्तान में है। मोदी ने इस बात पर भी चिंता जताई कि 10 मिलियन डॉलर का ईनाम होने के बाद भी हाल ही में हाफिज सईद ने पाकिस्तान के चुनावों में अपनी किस्मत आजमाई थी। मोदी और पेंस की मुलाकात ईस्ट एशिया समिट से अलग हुई थी। मोदी ने आतंकवाद के जिक्र के साथ ही पेंस को याद दिलाया कि इस वर्ष 26/11 हमलों को 10 बरस पूरे हो जाएंगे। मोदी ने उप-राष्ट्रपति पेंस से कहा कि एक या दूसरे रास्ते आतंकवाद की उत्पत्ति के तौर पर एक ही जगह पर जाते हैं। इस परिप्रेक्ष्य में ही मोदी ने पेंस से कहा कि 'ऐसे लोग जो मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हैं, वे हाल ही में पाकिस्तान में हुए चुनावों के बाद राजनीतिक प्रक्रिया में शामिल हो गए हैं। यह मुद्दा सिर्फ दो देशों, भारत और अमेरिका के लिए ही चिंता का विषय नहीं होना चाहिए बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस ओर जाना चाहिए।'
पेंस ने माना आतंकवाद एक बड़ी चुनौती
प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) जिसका मुखिया हाफिज सईद है, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही हिस्सा है। इस संगठन ने पाकिस्तान में हुए चुनावों में अल्लाह-हू-अकबर तहरीक (एएटी) के बैनर तले चुनाव लड़ा था। एएटी एक ऐसी राजनीतिक पार्टी है जिसे बहुत कम लोग ही जानते हैं। विदेश सचिव गोखले ने बताया कि मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच इस बात को लेकर काफी अच्छी आपसी समझ नजर आई कि कैसे काउंटर-टेररिज्म पर दोनों देश आपसी सहयोग को बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही दोनों देशों ने इस बात पर रजामंदी जाहिर की गई कि आतंकवाद एक बड़ी चुनौती है। यह एक ऐसी चुनौती है जिससे न सिर्फ अमेरिका-भारत को लड़ना होगा बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को साथ आना होगा।
पेंस ने की भारत की तारीफ
पीएम मोदी ने पेंस से मुलाकात के दौरान इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका के लिए यह काफी अच्छा मौका है कि वह भारत में रक्षा उपकरण और उद्योग स्थापित करे और यहीं पर इसे तैयार करे। उप-राष्ट्रपति पेंस ने अमेरिका और भारत के बीच काउंटर-टेररिज्म को लेकर जारी आपसी सहयोग की भी सराहना की। पेंस ने इस बात को भी माना कि भारत क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के लिए एक सकारात्मक पक्ष है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि मोदी और पेंस ने बातचीत के दौरान द्विपक्षीय संबंधों से भी जुड़े विषयों को भी छुआ। साथ ही साथ क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर भी विस्तार से वार्ता हुई। पेंस ने इस बात को स्वीकारा के भारत ने आर्थिक क्षेत्र में तरक्की की है।