सिंगापुर में फिनटेक फेस्टिवल में बोले पीएम मोदी, सरकार ने बदली 130 करोड़ लोगों की जिंदगी
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सिंगापुर।
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
बुधवार
को
सिंगापुर
में
फिनटेक
फेस्टिवल
को
संबोधित
किया।
यह
कार्यक्रम
फाइनेंस
से
जुड़ी
टेक्नोलॉजी
पर
आधारित
है।
यहां
पर
पीएम
मोदी
ने
भारत
में
उनकी
सरकार
की
ओर
से
ई-बिजनेस
को
लेकर
कई
खास
बातों
के
बारे
में
बताया।
मोदी
14
और
15
दो
दिन
के
लिए
सिंगापुर
में
हैं।
यहां
पर
वह
आसियान
और
ईस्ट
एशिया
समिट
को
संबोधित
करने
वाले
हैं।
पीएम
मोदी
ने
यहां
पर
कहा
कि
भारत
में
इस
समय
एक
फाइनेंस
रेवोल्यूशन
चल
रही
है
और
उनकी
सरकार
इस
रेवॉल्यूशन
में
130
करोड़
लोगों
की
जिंदगियों
को
बदलने
का
काम
कर
रही
है।
भारत बना फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी में अग्रणी देश
पीएम मोदी ने इस दौरान एपिक्स भी लॉन्च किया, जो एक एक ऑनलाइन मार्केट है। फेस्टिवल में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज असाधारण आविष्कार आम लोगों की जिंदगियों को बदल रहे हैं और हम ये सारे बदलाव देख रहे हैं। लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। हमारा ध्यान विकास पर होना चाहिए। मैं यहां पर आई सभी फिनटेक कंपनियों और स्टार्टअप से अनुरोध करना चाहूंगा कि भारत आपके लिए सर्वश्रेष्ठ जगह है।' मोदी ने कहा कि भारत में इस समय फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी में नए-नए आविष्कार हो रहे हैं और इन पर आधारित नए उद्योग भी आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी आविष्कारों की वजह से भारत अब दुनिया में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप में एक अग्रणी देश बन चुका है।
मोदी ने किया भीम और रुपे का जिक्र
सिंगापुर में बोलते हुए मोदी ने रुपे और भीम एप का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा भारत में रुपे और भीम एप की वजह से डिजिटल ट्रांजेक्शन में तेजी से इजाफ हो रहा है। देश में अब फिनटेक और इंडस्ट्री 4.0 सामने आ रही है। भारत में 128 बैंक यूपीआई से जुड़े हैं। साथ ही यूपीआई से पिछले 24 माह में 1500 बार लेन-देन किया गया। पीएम ने कहा कि हर माह 30 प्रतिशत की दर से ट्रांजैक्शन में इजाफ हो रहा है। 130 करोड़ भारतीयों के वित्तीय क्रांति अब एक हकीकत बनु चुकी है। देश में 120 करोड़ लोगों के लिए बायोमैट्रिक आधारित पहचान पत्र यानी आधार जारी हो चुके हैं और वह भी सिर्फ कुछ वर्षों के अंदर।
वित्तीय क्रांति की वजह से पूरा हुआ एक मिशन
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार साल 2014 में सत्ता में आई थी। उस समय सरकार ने अपने लिए एक मिशन बनाया था जिसमें देश के हर नागरिक की जिंदगी को विकास के जरिए बदलना था चाहे वह देश के कितने सूनसान हिस्से में ही क्यों न रहता हो। उस मिशन के लिए वित्तीय क्रांति की जरूरत थी और भारत के आकार को देखते हुए यह काम इतना आसान नहीं था। फिनटेक फेस्टिवल को भारत के प्रधानमंत्री के तौर संबोधित करने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लिए एक गौरवशाली पल बताया। उन्होंने कहा कि यह फेस्टिवल इस बात को पहचान देता है कि कैसे वित्तीय क्रांति ने 130 करोड़ लोगों की जिंदगियों को बदला है।