Nepal crisis:PM केपी शर्मा ओली की पार्टी सदस्यता खत्म, नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के 'प्रचंड' गुट ने निकाला
Nepal crisis:नेपाल के कार्यकारी प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से सत्ताधारी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के एक गुट (प्रचंड) ने दल की प्राथमिक सदस्यता छीन ली है। पार्टी के इस गुट के प्रवक्ता नारायण काजी श्रेष्ठा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि 'उनकी प्राथमिक सदस्यत निरस्त कर दी गई है।' गौरतलब है कि यह फैसला नेपाल में सत्ताधारी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के एक गुट की सेंट्रल कमिटी की बैठक में लिया गया है।
गौरतलब है कि पिछले साल 20 दिसंबर को नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अचानक नेपाली संसद को भंग करके नए चुनावों की घोषणा कर दी थी। इसको लेकर पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड का खेमा उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। प्रचंड गुट के साथ पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल भी हैं और पहले से ही उनकी ओर से संकेत दिए जा रहे थे कि ओली को पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा।
बता दें कि जब से ओली ने 275 सदस्यों वाली संसद को भंग किया है, उन्हें पहले ही पार्टी की सेंट्रल कमिटी के चेयरमैन पद से हटाया जा चुका था, लेकिन वह इसके सदस्य बने हुए थे। ओली विरोधी इस अभियान की अगुवाई पूर्व पीएम पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड कर रहे हैं। बता दें कि पीएम ओली की सिफारिश पर संसद भंग करने के बाद नेपाली राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी वहां 30 अप्रैल और 10 मई को ताजा चुनाव करवाने की घोषणा भी कर चुकी हैं। इस बीच नेपाली संसद को भंग करने का मामला नेपाली सुप्रीम कोर्ट के पास भी विचाराधीन है। ओली की इस कार्रवाई को उनका विरोधी खेमा असंवैधानिक बता रहा है।
बता दें कि नेपाल में आए इस राजनैतिक संकट के बाद वहां कई तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं। जिसमें प्रचंड के समर्थक फिर से संसद बहाली की मांग कर रहे हैं तो ओली समर्थक उनके फैसले के साथ हैं। इस दौरान नेपाल में एक वर्ग की ओर से राजतंत्र की फिर से बहाली की भी मांग भी उठने लगी है, क्योंकि उन्हें लगता है कि जब से नेपाल में लोकतंत्र बहाल हुआ है, राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति बन रहती है।